इस्लामाबाद। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वहाब रियाज ने कहा है कि यदि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दोबारा खेलने का मौका मिलता है तो वह निश्चित रूप से इसके लिए हां कहेंगे क्योंकि पाकिस्तान के लिए खेलना ही उनकी पहली प्राथमिकता है। वहाब ने सोमवार को कहा - पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से मुझे एक कॉल आया जिसमें मुझसे पूछा गया कि यदि रिप्लेसमेंट के तौर पर मेरी जरुरत पड़े तो क्या मैं टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध रहूंगा। मैंने बिना किसी देरी के हां कह दिया, क्योंकि पाकिस्तान के लिए खेलना ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
34 वर्षीय वहाब रियाज ने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। वहाब ने केवल 27 टेस्ट ही खेले हैं जिसमें उन्होंने 34.50 के औसत से 83 विकेट लिए हैं। गत वर्ष विश्व कप के कुछ महीने बाद ही वहाब ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। वहाब ने कहा, मुझे महसूस हुआ कि मैं पाकिस्तान के लिए अब टेस्ट क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकता। इसके बाद मैंने संन्यास लेने का फैसला किया। मैंने मिस्बाह और वकार की नियुक्ति से पहले ही टीम प्रबंधन को बता दिया था कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं और सफेद बॉल क्रिकेट पर ध्यान केन्द्रित करना चाहता हूं।
बांए हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा - टीम प्रबंधन ने मुझसे कहा कि पूरी तरह से संन्यास नहीं लें और कुछ समय के लिए आराम करें। अब समय बीत चुका है और मुझे पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिल रहा है। इसलिए मैंने हां कहने से पहले दो बार नहीं सोचा। मेरी प्राथमिकता हमेशा पाकिस्तान के लिए ही खेलना रही है। पाकिस्तान ने हमें बहुत कुछ दिया है। इसलिए अब पाकिस्तान को मेरी जरुरत है तो मैं पूरी तरह से तैयार हूं।
लाल गेंद वाले टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार रहने की घोषणा पर वहाब ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में वापसी करना मुश्किल होगा। मैं हाल में नहीं खेला हूं। लेकिन मैं यहां आसान रास्ता चुनने के लिए नहीं हूं। पाकिस्तान को मेरी जरुरत है, इसके लिए मैं तैयार हूं और यदि जरुरत पड़ी तो मैं खेलूंगा।
पाकिस्तानी गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैं आलोचकों की परवाह नहीं करता क्योंकि कुछ लोग हैं जो हमेशा मेरे खिलाफ रहते हैं जबकि कुछ हमेशा मुझे प्रेरित करते रहते हैं। मुझे ऐसे लोगों से निरंतर पाकिस्तान के लिए बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। खेल में अच्छे और बुरे दिन होते हैं। मैं हमेशा अपने सिद्धांतों पर टिका रहता हूं।