नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के दूसरे पेफी लाइव सत्र के शुभारंभ के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के शारीरिक शिक्षा से जुड़े शिक्षकों, विशेषज्ञों, खिलाड़यिों और छात्रों को शनिवार को संबोधित करते हुए कहा कि राजधानी दिल्ली में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स साइंस की स्थापना होगी। रिजिजू ने कहा कि देश में स्पोर्ट्स साइंस की स्थिति संतोषजनक नहीं है।
फिजिकल एजुकेशन की बात हो या स्पोर्ट्स की, स्पोर्ट्स साइंस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय खेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि दिल्ली में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स साइंस की स्थापना होगी और इसकी शाखाएं सभी जगह खोली जाएंगी ताकि देश स्पोर्ट्स साइंस के मामले में और आत्मनिर्भर हो सके और बेहतर काम कर सके। खेल मंत्री ने कहा कि कम्युनिटी कोंिचग के माध्यम से फिटनेस को दुरुस्त करने पर बल दिया जा रहा है।
रिजिजू ने कहा कि देश में खेल के प्रति माहौल तैयार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसमें खेलो इंडिया एवं फिट इंडिया अभियान कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि देश में कम्युनिटी कोंिचग के जरिए फिटनेस को सुधारने के लिए व्यापक कार्यक्रम चलाए गए हैं। फिजिकल एजुकेशन से जुड़े लोगों के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए हैं।
रिजिजू ने पेफी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि किसी भी देश की तरक्की तभी संभव है जब वहां लोगों की शारीरिक एवं मानसिक रूप से बुनियाद अधिक मजबूत हो। इसी पर उस देश की तरक्की निर्भर करती है। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय की तरफ से फिजिकल एजुकेशन एवं स्पोर्ट्स को मजबूती से रखने का प्रयास किया गया है। यह ऐसी दो विधाएं हैं जो लोगों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से आगे रखने का काम कराती हैं।