शोएब अख्तर के नाम सबसे तेज बॉल फेंकने का विश्व रिकॉर्ड है। अख्तर बेशक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संयास ले चुके हैं लेकिन उनकी लोकप्रियता अब भी बरकरार है। शोएब ने अपने संयास की घोषणा 2011 विश्व कप के दौरान की थी। संयास के बाद एक टीवी चैनल के शो में उनसे अचानक संयास लेने के बारे में पूंछा गया तो शोएब ने अपने संयास के पीछे की असली वजह बताई।
विश्व कप 2011 के दौरान उनकी माँ की तबियत खराब रहती थी। इस दौरान उनकी माँ का फोन आया और उन्होंने कहा कि बेटा तू घर आजा इस दुनिया के लोग तुझे समझ नहीं पाएंगे। मां की ये बात सुनकर शोएब ने संन्यास की घोषणा कर दी। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर ने इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में 161.3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की थी। शोएब अख्तर किसी भी गेंदबाज को नैट प्रैक्टिस करने की वकालत नहीं करते। अख्तर का मानना था कि नैट प्रैक्टिस के साथ बॉलर कभी उस दर्दनाक स्थिति को नहीं समझ सकता जो चौका पडऩे पर गेंदबाज के मन पर बीतती है।