मुंबई। विश्व कप 2019 के बाद पहली बार मशरफे मुर्तजा की बांग्लादेश टीम में वापसी हुई है। वह अंतिम बार टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। बांग्लादेश क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ियों में गिने जाने वाले इस तेज गेंदबाज के नाम जिम्बाब्वे सीरीज से पहले 396 इंटरनेशनल विकेट दर्ज थे। सीरीज के पहले मैच से पहले उन्होंने मीडिया के सवालों के जबाव दिए।
मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में जब पूछा गया कि क्या विश्व कप में वह अपनी फॉर्म पर शर्मिदा हैं? इस पर यह अनुभवी खिलाड़ी गुस्सा हो गया। उन्होंने कहा - मैं क्यूं शर्मिदा होऊंगा? क्या मैं चोर हूं? क्या मैंने मैदान चुराया है? क्या मैं चोर हूं? क्रिकेट खेलते समय मैं इस शर्मिदा होने या आत्म सम्मान जैसी चीजों को जोड़ने की बात को समझ नहीं पाता।
उन्होंने कहा - ऐसे लोग हैं जो चोर हैं और धोखेबाज भी। क्या वो इस बात पर शर्मिदा नहीं है कि वो क्या कर रहे हैं? अगर मुझे एक मैच में विकेट नहीं मिलते हैं तो मुझे शर्मिदा होना चाहिए? क्या मैं चोर हूं? हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा - मुझे विकेट नहीं मिले और फिर इसके बाद आपके लोग और मेरे प्रशंसक भी मेरी आलोचना कर सकते हैं। लेकिन मुझे शर्मिदा होने की जरूरत क्या है? क्या मैं बांग्लोदश के लिए नहीं खेल रहा? क्या मैं किसी और देश के लिए खेल रहा हूं जिसके लिए प्रदर्शन न करने पर मुझे शर्मिदा होना पड़े? अगर मैं अच्छा नहीं कर रहा तो वो मुझे टीम से निकाल सकते हैं। यह बेहद सरल है।