मुंबई। भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव की बहन मधु ने ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। हालांकि यह केस साल 2019 में दर्ज कराया गया था, जिस पर आरोपितों ने अग्रिम जमानत के लिए अपर सत्र न्यायधीश दुर्ग नारायण सिंह की कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई, जिसपर 29 फरवरी को सुनवाई होगी।
उन्होंने अपने ससुर हरनाम सिंह, सास बीना और ननद ऋचा पर दहेज प्रताड़ना और गलत दवाई देकर गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। केस लखनऊ के आशियाना थाने में 11 अगस्त 2019 को दर्ज कराया गया। इसी मुकदमे में अग्रिम जमानत लेने के लिए आरोपियों ने अपर सत्र न्यायाधीश दुर्ग नारायण सिंह की कोर्ट में 25 फरवरी को अर्ज़ी दाखिल की। कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 29 फरवरी की तारीख तय की है।
मधु यादव की ओर से दर्ज एफआईआर के मुताबिक, 8 फरवरी 2015 को उनकी शादी हेमंत से हुई थी। शादी में उनकी ओर से 40 लाख रुपए और एक होंडा सिटी कार दहेज में दी गई थी। आरोप है कि शादी के बाद उनकी सास बीना, ससुर हरनाम और ननद ऋचा की ओर से 20 लाख रुपए की मांग शुरू कर दी गई। इसके बाद चार लाख रुपये दिए भी गए। मधु का आरोप है कि इसके बावजूद उनको प्रताड़ित किया जाता रहा और गलत दवाई देकर उनका गर्भपात भी कराया गया।
वहीं, अदालत में दाखिल अग्रिम जमानत अर्जी में आरोपियों ने लिखा कि चार लाख रुपये क्रिकेटर कुलदीप यादव ने फर्नीचर के लिए दिए थे। क्रिकेटर कुलदीप यादव ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके गलत एफआईआर दर्ज कराई है। ऐसे में उनको इस मामले में अग्रिम जमानत दी जाए। अब कोर्ट अग्रिम जमानत याचिका पर 29 फरवरी को सुनवाई करेगी।