नई दिल्ली। नेपाल के लेग स्पिनर की शानदार गेंदबाजी और ओपनर शिखर धवन तथा कप्तान श्रेयस अय्यर बेहतरीन अर्धशतकों से दिल्ली कैपिटल्स ने फिरोजशाह कोटला मैदान में अपनी हार का क्रम तोड़ते हुए किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल-12 मुकाबले में शनिवार को पांच विकेट से हरा दिया। दिल्ली की 10 मैचों में यह छठी जीत है और 12 अंकों के साथ उसने प्लेऑफ के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है। पंजाब ने 20 ओवर में सात विकेट पर 163 रन बनाये जबकि दिल्ली ने 19वें ओवर में दो विकेट गंवाने के बावजूद 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 166 रन बनाकर जीत अपने नाम की। पंजाब को 10 मैचों में पांचवीं हार का सामना करना पड़ा और उसके खाते में 10 अंक हैं। लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली ने 24 रन की शुरुआत की।
लेकिन ओपनर पृथ्वी शॉ 11 गेंदों में 13 रन बनाने के बाद रन आउट हो गए। शिखर ने अपने कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ दिल्ली की पारी को आगे बढ़ाया। पंजाब की गेंदबाजी में कोई डंक नहीं दिखाई दे रहा था। दिल्ली ने छह ओवर के पॉवरप्ले में 60 रन जोड़ दिए। शिखर ने पिछले मैच जैसी कोई गलती इस बार नहीं की और अपने 50 रन 36 गेंदों में छह चौकों और एक छक्के की मदद से पूरे कर लिए। शिखर का इस आईपीएल में यह तीसरा और ओवरआल 35वां अर्धशतक था। दिल्ली ने अपने 100 रन 12वें ओवर में पूरे किये। 13वें ओवर में पंजाब के कप्तान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने गेंदबाजी रनअप पर शिखर को मांकेडिंग करने की कोशिश की लेकिन शिखर का बल्ला क्रीज में था। अगली गेंद पर शिखर ने क्रीज से बाहर निकलने का नाटक किया।
अश्विन ने टूर्नामेंट में राजस्थान के जोस बटलर को मांकेडिंग से आउट किया था। दर्शक इस प्रकरण का मजा ले ही रहे थे कि हार्डस विलजोएन ने शिखर को अश्विन के हाथों कैच करा दिया। अश्विन ने अपने पीछे दौड़ते हुए अच्छा कैच लपका। शिखर का विकेट 116 के स्कोर पर गिरा। शिखर ने 41 गेंदों पर 56 रन में सात चौके और एक छक्का लगाया। शिखर और अय्यर ने दूसरे विकेट के लिए 64 गेंदों पर 92 रन की साझेदारी की। शिखर का विकेट गिरने के बाद मैदान पर उतरे ऋषभ पंत। अय्यर ने सैम करेन पर चौका लगाया और 15 ओवर की समाप्ति पर दिल्ली का स्कोर 128 रन पहुंच चुका था। पंत ने एक बार फिर बेहद खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। पंत ने विलजोएन पर उठाकर शॉट खेला और करेन ने आसान कैच लपक लिया। पंत ने सात गेंदों पर छह रन बनाये। पंत को इस समय ऐसा शॉट खेलने की कतई जरूरत नहीं थी। दिल्ली ने दो विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए।