29 Mar 2024, 12:38:56 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Business

टेलीकॉम पीएलआई में 31 कंपनियों को मंजूरी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Oct 14 2021 6:04PM | Updated Date: Oct 14 2021 7:31PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। देश में दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत 31 कंपनियों को मंजूरी दी गई है, जिसमें 16 एमएसएमई और 15 गैर-एमएसएमई (8 घरेलू और 7 वैश्विक कंपनियां) कंपनियां हैं जो अगले चार वर्षों में लगभग 3345 करोड़ रुपये के निवेश करेगी जिससे 40 हजार से अधिक लोगों को अतिरिक्त रोजगार मिल सकता है। लगभग 1.82 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित इंक्रीमेंटल उत्पादन और स्थानीय अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा५ मिलने की संभावना है। 
 
संचार राज्य मंत्री देवूसिंह चौहान ने इस योजना की आज शुरूआत करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन को सफल बनाने के लिए यह योजना शुरू की गयी है। इससे भारत की टेलीकॉम और नेटवर्किंग उपकरणों के लिए दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी। 
 
दूरसंचार विभाग द्वारा पीएलआई स्कीम को 12,195 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय से  इंक्रीमेंटल निवेश और कारोबार को प्रोत्साहित करके दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह स्कीम 1 अप्रैल, 2021 से लागू है। भारत में सफल आवेदकों द्वारा दिनांक 1 अप्रैल, 2021 से वित्तीय वर्ष 2024-25 तक किया गया निवेश इंक्रीमेंटल वार्षिक सीमा को पूरा करने के अधीन, पात्र होगा। इस स्कीम के अंतर्गत सहायता पांच वर्षों की अवधि के लिए अर्थात वित्तीय वर्ष 2021-22 से वित्तीय वर्ष 2025-26 तक प्रदान की जाएगी।
 
इस स्कीम और स्कीम के दिशानिर्देशों के अनुसार 16 एमएसएमई और 15 गैर-एमएसएमई (8 घरेलू और 7 वैश्विक कंपनियां) कंपनियों अर्थात कुल 31 कंपनियों को पात्रता के योग्य पाया गया है और उन्हें दूरसंचार विभाग (डीओटी), संचार मंत्रालय की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) स्कीम के अंतर्गत मंजूरी प्रदान की जा रही है। पात्र एमएसएमई कंपनियों में कोरल टेलीकॉम लिमिटेड, एहूमे आईओटी प्राइवेट लिमिटेड, एलकॉम इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, फ्रॉग सेलसैट लिमिटेड, जीडीएन इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, जीएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, लेखा वायरलेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, पनाचे डिजिलाइफ लिमिटेड, प्रियाराज इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सिक्स्थ एनर्जी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, स्काईक्वाड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड, एसटीएल नेटवर्क लिमिटेड, सुरभि सैटकॉम प्राइवेट लिमिटेड, सिनेग्रा ईएमएस लिमिटेड, सिस्ट्रोम टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और तियानयिन वर्ल्डटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। 
 
गैर-एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत पात्र घरेलू कंपनियों में आकाशस्था टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, डिक्सन इलेक्ट्रो एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड, एचएफसीएल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, आईटीआई लिमिटेड, नियोंिलक टेली कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड, सिरमा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, तेजस नेटवर्क लिमिटेड और वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड शामिल है।
 
गैर-एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत पात्र वैश्विक कंपनियों में कॉमस्कोप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फ्लेक्सट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड. फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जाबिल सर्किट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, राइजिंग स्टार्स हाई-टेक प्राइवेट लिमिटेड और सनमीना-एससीआई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। 
 
आवेदकों द्वारा दी गई प्रतिबद्धताओं के अनुसार इन 31 आवेदकों से अगले 4 वर्षों में 3345 करोड़ रुपये का निवेश करने और योजना की अवधि के दौरान लगभग  1.82 लाख करोड़ के इंक्रीमेंटल उत्पादन के साथ 40,000 से अधिक लोगों के रोजगार सृजित करने की उम्मीद है। इस स्कीम से नए उत्पादों के घरेलू अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है जिस पर प्रतिबद्धित निवेश का 15 प्रतिशत निवेश किया जा सकता है।
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »