नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट प्लेस ड्रूम का वर्तमान फंडिंग राउंड में मूल्यांकन 1.2 अरब डॉलर किया गया है। पहले राउंड में कंपनी ने 20 करोड़ डॉलर तक की पूंजी जुटाने के बाद उसको बंद कर दिया है। कंपनी ने आजÞ यहां जारी बयान में कहा कि वह एक संभावित आईपीओ के लिए डुअल-ट्रैक को फॉलो कर रही है और इसका लक्ष्य 2022 में नैस्डेक या भारत में सूचीबद्ध होना है। वर्तमान पैमाने, टेक्नोलॉजी-ओरिएंटेड बिजनेस और ऑपरेशन दक्षता के साथ ड्रूम लाभप्रदता के करीब है।
महामारी के दौरान ड्रूम ने डिजिटल एडॉप्शन को बड़े पैमाने पर अनुभव किया है क्योंकि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन या राइड-शेयरिंग के स्थान पर अपनी गाड़ी खरीदने को महत्व दे रहे हैं। ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, ‘‘पिछले 7 वर्षों में हमने ऑटोमोबाइल ऑनलाइन खरीदने-बेचने के लिए एक फुल टेक्नोलॉजी-बेस्ड एंड-टू-एंड ट्रांजेक्शनल मार्केटप्लेस बनाने के लिए लाखों डॉलर और हजारों मानव श्रम घंटों का निवेश किया है।"