29 Mar 2024, 13:05:19 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Business

Google की एक गलती से मचा बवाल, मांगनी पड़ी माफ़ी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 4 2021 5:34PM | Updated Date: Jun 4 2021 6:12PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। दुनिया में अनेकों भाषाएं बोली जाती हैं, अकेले भारत में ही सैकड़ों भाषा बोली जाती है। भारत एक ऐसा देश है जहां हर 100 किलोमीटर के क्षेत्रफल के बाद भाषा और संस्कृति में भिन्नताएं देखने को मिल जाती है। Google पर भारत में ‘सबसे खराब भाषा’ के सवाल का जवाब कन्नड आने पर कर्नाटक में गुरुवार को आक्रोश पैदा हो गया और राज्य सरकार ने कहा कि वह कंपनी को कानूनी नोटिस जारी करेगी। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस मामले में Google की निंदा की, जिसने बाद में ‘भारत में सबसे भद्दी भाषा’ पूछे जाने पर अपने सर्च इंजन पर आने वाले जवाब से कन्नड को हटा लिया। कंपनी ने लोगों से इस मामले में खेद जताते हुए कहा कि सर्च के परिणाम में उसकी राय नहीं होती। 
 
 सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस मामले में Google की निंदा की, जिसने बाद में ‘भारत में सबसे भद्दी (अगलिएस्ट) भाषा’ पूछे जाने पर अपने सर्च इंजन पर आने वाले जवाब से कन्नड को हटा लिया। कंपनी ने लोगों से इस मामले में खेद जताते हुए कहा कि सर्च के परिणाम में उसकी राय नहीं होती। भारत की सबसे खराब भाषा सर्च करने पर गूगल ने कन्नड़ को रिजल्ट में दिखाया। इस सर्च रिजल्ट से उपजे आक्रोश के बाद भावनाओं को आहत करने के लिए गूगल ने माफी मांगी, लेकिन यह जल्द ही वायरल हो गया और Google पर ऐसा करने को लेकर रिएक्शन आने शुरू हो गए। 
 
इस पर कर्नाटक सरकार ने Google को कानूनी नोटिस जारी करने की धमकी दी है। हालांकि जब लोगों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया और राजनीतिक नेताओं ने पार्टी लाइनों से परे जाकर Google की आलोचना की, तो इसने कन्नड़ को “भारत की सबसे खराब भाषा” के रूप में हटा दिया और लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि सर्च रिजल्ट उसकी राय को नहीं दर्शाता है। कर्नाटक के कन्नड़, संस्कृति और वन मंत्री, अरविंद लिंबावली ने कहा कि उस सवाल का ऐसा उत्तर दिखाने के लिए Google को कानूनी नोटिस दिया जाएगा। बाद में, उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और Google से कन्नड़ और कन्नड़ से माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि कन्नड़ भाषा का अपना एक इतिहास है, जो लगभग 2,500 साल पहले अस्तित्व में आई थी।  मंत्री ने कहा कि भाषा सदियों से कन्नड़ लोगों का गौरव रही है। 
 
अपने बयान में, Google ने कहा कि सर्च रिजल्ट हमेशा सही नहीं होते हैं। कंपनी ने कहा किकभी-कभी, जिस तरह से इंटरनेट पर कंटेंट को डिस्क्राइब किया जाता है, वह स्पेसिफिक सवालों के अजीबोगरीब रिजल्ट दे सकता है। हम जानते हैं कि यह आदर्श नहीं है, लेकिन जब हम किसी मुद्दे से अवगत होते हैं और अपने एल्गोरिदम को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे होते हैं, तो हम तेजी से सुधारात्मक कार्रवाई करते हैं। Google ने कहा कि सर्च रिजल्ट उसकी राय को नहीं दर्शाते हैं।  कंपनी ने ये भी कहा कि हम गलतफहमी और किसी भी भावनाओं को आहत करने के लिए क्षमा चाहते हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भाषा के सवाल के अपमानजनक जवाब के लिए कई ट्वीट्स में Google की निंदा की।  बीजेपी के बेंगलुरु सेंट्रल सांसद पीसी मोहन सहित अन्य लोगों ने गूगल की खिंचाई की और माफी मांगने को कहा। अपने ट्विटर हैंडल पर सर्च का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए पीसी मोहन ने कहा कि कर्नाटक महान विजयनगर साम्राज्य का घर है और कन्नड़ भाषा की समृद्ध विरासत, गौरवशाली विरासत और अनूठी संस्कृति है। 
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »