मुंबई। निजी बैंक एचडीएफसी बैंक के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) लोन प्रतिशत में दिसंबर 2019 से वर्ष 2020 तक 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिससे यह कोविड-19 के पूर्व स्तर पर पहुंच गया है। एचडीएफसी बैंक (आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना) ईसीएलजीएस योजना के तहत ऋण के विस्तार के मामले में शीर्ष बैंकों में शुमार है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान एमएसएमई की मदद के लिए 3 लाख करोड़ रुपए की ईसीएलजीएस योजना शुरू की थी।
एचडीएफसी बैंक ने इसी को ध्यान में रखते हुए ईसीएलजीएस योजना के तहत अर्द्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को 23,000 करोड़ रुपए के ऋण दिए है। एचडीएफसी बैंक के बिजनेस बैकिंग एंड हेल्थकेयर फाइनेंस के उपाध्यक्ष सुमंत रामपाल ने कहा, ‘‘यह एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम एमएसएमई क्षेत्र का समर्थन करने के लिए सरकार के दृष्टिकोण के साथ गठबंधन कर रहे हैं जो कि सबसे बड़े नौकरी सृजनकर्ताओं और आर्थिक विकास के लिए एक प्रमुख इंजन है। लॉकडाउन के दौरान भी विशेषकर अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के सेक्टरों में अपने एमएसएमई ग्राहकों की सेवा करना हमारा गौरव और सौभाग्य रहा है।’’