नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी रिटले कंपनी वॉलमार्ट इंक ने आंध्र प्रदेश से सीधे अमेरिका के लिए झींगा निर्यात सुनिश्चित करने के लिए एंड टू एंड श्रिम्प ट्रैसेबिलिटी परियोजना शुरू की है। कंपनी ने रविवार को जारी बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश में पाए जाने वाले झींगे को अमरीका में सैम्स क्लब स्थानों तक पहुंचाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक शुरू की गयी है। यह पायलट प्रोजेक्ट भारत में किसान से झींगा निर्यात को एक विदेशी रिटेलर तक ट्रैक करने के लिए ब्लॉकचेन का पहला उपयोग है। यह इलाके में सी फूड उत्पादकों को आपूर्ति श्रृंखला मजबूत करने और उत्पाद में ग्राहक का विश्वास मजबूत करने में मदद करेगा तथा भारत को सी फूड के पसंदीदा स्रोत के रूप में बढ़ावा देने में सहयोग करेगा जबकि अमरीका में उपभोक्ताओं के लिए खाद्य ट्रैसेबिलिटी और पारदर्शिता को बढ़ाएगा।
वर्ष 2018 में कुल झींगा निर्यात में से 46 प्रतिशत सिर्फ अमरीका गया था। इस हिसाब से अमेरिका भारतीय झींगें का सबसे बड़ा आयातक है। उसने कहा कि ब्लॉकचेन एक सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से एक जटिल आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क में डेटा को डिजिटाइजÞ करने और जानकारी साझा करने का एक तरीका है। झींगा आपूर्ति श्रृंखला में ब्लॉकचेन की शुरुआत अनुपालन उद्देश्यों के लिए है। फार्म स्तर से ट्रैसेबिलिटी प्रदान करना और परिवहन प्रक्रिया में विस्तार करने में मदद कर सकती है। यह झींगा के विकास और प्रसंस्करण के दौरान खाद्य सुरक्षा प्रक्रियाओं की निगरानी भी कर सकता है।