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कोविड मरीजों की जरूरत से तीन गुना अधिक आक्सीजन का उत्पादन

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 16 2021 3:57PM | Updated Date: Apr 16 2021 3:57PM
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में आक्सीजन की कमी से किसी कोरोना मरीज की मौत से साफ इंकार करते हुए कहा है कि राज्य में प्रतिदिन 386.92 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन गैस का उत्पादन राज्य में हो रहा है, जबकि वर्तमान में ऑक्‍सीजन सपोर्ट वाले 5898 मरीजों के लिए प्रतिदिन 110.30 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन की ही जरूरत पड़ रही है। 

स्वास्थ्य विभाग ने आज यहां यह दावा करते हुए बताया कि राज्य के सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में डिमांड के अनुरूप ऑक्‍सीजन गैस की निरंतर आपूर्ति की जा रही है। कोविड-19 मरीजों के लिए स्थापित कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल, कोविड केयर सेंटर्स में ऑक्‍सीजन प्लांट जम्बो ऑक्‍सीजन सेलेण्डर एवं ऑक्‍सीजन कंसनटेज्टर के द्वारा मरीजों को ऑक्‍सीजन की निरंतर उपलब्ध कराई जा रही है।कोरोना पीडित मरीजों की मृत्यु गंभीर संक्रमण एवं बीमारी की वजह से हो रही है। ऑक्‍सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मृत्यु की बात बिल्कुल भ्रामक है। 
 
विभाग के अनुसार राज्य में बीते 14 मार्च से ऑक्‍सीजन सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होने से ऑक्‍सीजन खपत भी बढ़ी है। 14 मार्च की स्थिति में राज्य में ऑक्‍सीजन सपोर्ट वाले मात्र 197 मरीजों के लिए 3.68 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन की आवश्यकता थी, जो आज 15 अप्रैल की स्थिति में बढ़कर 110.30 मीट्रिक टन हो गई है। 15 अप्रैल की स्थिति में ऑक्‍सीजनस पोर्ट वाले मरीजों की संख्या 5898 है।
 
विभाग के अनुसार राज्य में पी.एस.ए. ऑक्‍सीजन जनरेटर प्लांट की संख्या कुल 27 है, इनके द्वारा रोजाना 176.92 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य के दो लिक्विड मेडिकल ऑक्‍सीजन मैन्युफेक्चर्स द्वारा रोजाना 210 मीट्रिक टन एयर डेस्टीलेशन यूनिट और पी.एस.ए ऑक्‍सीजनजन रेट किया जा रहा है। इस प्रकार राज्य में कुल 29 प्लांट द्वारा 386.92 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि वर्तमान में मात्र 110.30 मीट्रिक टन ऑक्‍सीजन गैस का ही उपयोग ऑक्‍सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए हो रहा है।
 
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