नई दिल्ली। IT कंपनी Persistent Systems 2021-22 में 2,000 फ्रेशर्स की नियुक्त करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में वापस लौटने को लेकर अधिक ध्यान दिया है, क्योंकि डिजिटलीकरण पर अधिक ध्यान देने के कारण व्यवसाय में सुधार दिखाई दे रहा है। पुणे स्थित कंपनी ने गुरुवार को बताया कि जून तिमाही में उसने 68 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 151.2 करोड़ रुपये की ग्रोथ दर्ज की थी। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी सुनील सप्रे ने बताया, 'हम वित्त वर्ष 2022 में 2,000 फ्रेशर्स को काम पर रखेंगे और बिजनेस ग्रोथ के हिसाब से लेटरल हायर करेंगे।' इसके मुख्य कार्यकारी संदीप कालरा ने कहा कि आम तौर पर एक प्रोजेक्ट पर काम करने से पहले एक फ्रेशर को 6 महीने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
सप्रे ने कहा कि पिछली तीन तिमाहियों में 4,200 लोगों को काम पर रखा गया है, जिसमें 3,500 लेटरल हायर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि फ्रेशर टू लेटरल हायर रेशियो अब पहले जैसा नहीं रहेगा। जून 2021 तक कंपनी में 14,904 कर्मचारी थे, यह एक साल पहले की अवधि में समान आधार से 37 प्रतिशत अधिक है। सप्रे ने कहा कि सभी कर्मचारियों को जुलाई से उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि दी जाएगी, जिससे लाभ मार्जिन पर 2.70 प्रतिशत तक का दबाव पड़ेगा। हालांकि, प्रभाव को 0.75-1 प्रतिशत तक कम करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय किए जाएंगे। सप्रे ने कहा कि कंपनी अगली दो तिमाहियों में विभिन्न कदम उठाते हुए उपयोग में सुधार करने का लक्ष्य बना रही है। सप्रे ने कहा कि जून तिमाही के दौरान, वीजा फाइलिंग से संबंधित लागतों और एकमुश्त हानि के कारण लाभ मार्जिन में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि अमेरिका को वरिष्ठ संसाधन भेजने के लिए एच1-बी वीजा के लिए आवेदन किया गया है, जो कि उसके राजस्व का 80 प्रतिशत हिस्सा है। आज बेंचमार्क पर 0.36 फीसद की बढ़त के मुकाबले कंपनी का शेयर बीएसई पर 6.86 फीसद की तेजी के साथ 3,023.35 रुपये पर कारोबार कर रहा था।