मुम्बई। विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच मुनाफावसूली और बैकिंग तथा वित्तीय समूह की कंपनियों में हुई बिकवाली के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बुधवार को 37.40 अंक फिसलकर 44,618.04 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी हालांकि गेल और ओएनजीसी जैसी दिग्गज कंपनियों में हुई लिवाली के दम पर लाल निशान में जाने से बच गया और कल के मुकाबले 4.70 अंक की बढ़त में 13,113.75 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स आज बढ़त में 44,729.52 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 44,729.64 अंक के दिवस के उच्चतम और 44,169.97 अंक के दिवस के निचले स्तर के बीच रहा। अंत में यह गत दिवस की तुलना में 0.08 प्रतिशत लुढ़ककर 44,618.04 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियां हरे निशान में और आठ लाल निशान में रहीं। रिएल्टी सहित बीएसई के 18 समूह के सूचकांक भी आज तेजी में रहे और मात्र बैकिंग और वित्तीय समूह की कंपनियों के सूचकांक में गिरावट दर्ज की गयी।
निफ्टी भी बढ़त में 13,121.40 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 13,128.50 अंक के दिवस के उच्चतम और 12,983.55 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.04 प्रतिशत यानी 4.70 अंक की बढ़त में 13,113.75 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 36 कंपनियां गिरावट में और 13 तेजी में रहीं जबकि एक कंपनी के शेयरों के दाम स्थिर बंद हुए। गेल, ओएनजीसी, एशियन पेंट्स, कोल इंडिया और टाइटन के शेयरों में आज सर्वाधिक तेजी दर्ज की गयी।
विदेशी बाजारों में आज मिश्रित रुख देखा गया। ब्रिटेन में दवा कंपनी फाइजर की कोरोना वैक्सीन को सरकार की मंजूरी मिलने का असर बाजार पर भी दिखा। शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन के एफटीएसई में 0.14 प्रतिशत की तेजी देखी गयी जबकि जर्मनी का डैक्स 0.22 प्रतिशत लुढ़क गया। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.58 प्रतिशत और जापान का निक्केई 0.05 प्रतिशत चढ़ कर बंद हुआ जबकि हांगकांग का हैँगशैंग 0.13 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.07 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ।