मुंबई। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने और बैंकों को कुछ ऋण के पुनगर्ठन की अनुमति दिये जाने के बल पर बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही, हालांकि अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने और कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढोतरी ने बढोतरी पर ब्रेक लगाने का काम किया और अगले सप्ताह भी वैश्विक कारकों और कोरोना वायरस के असर बाजार पर दिखेगा।
समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.15 प्रतिशत अर्थात 433.68 अंक बढ़कर 38040.47 अंक पर रहा। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)का निफ्टी 1.27 प्रतिशत अर्थात 140.60 प्रतिशत बढ़कर 11214.05 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई का मिडकैप 3.34 प्रतिशत उठकर 14218.87 अंक पर और स्मॉलकैप 4.97 अंक चढ़कर 13668.69 अंक पर रहा।
विश्लेषकों का कहना है कि अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक द्वारा किये गये उपायों से बीते सप्ताह बाजार को बल मिला और इसका असर अगले सप्ताह भी दिख सकता है। हालांकि कोरोना वायरस सक्रमण के मामलों में जारी तेजी और वैश्विक स्तर पर चीन एवं अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के कारण बाजार पर दबाव दिख सकता है।