नई दिल्ली। किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट को वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 807.1 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है। कंपनी के निदेशक मंडल ने आज पूरे वित्त वर्ष 2019-20 और चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी। कोविड-19 महामारी के कारण परिणामों की घोषणा देर से की गई है।
उसने बताया कि चौथी तिमाही में कार्गो सेवा से राजस्व आय 94 फीसदी बढ़ने के कारण परिचालन से कुल राजस्व में 13 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 2,863.9 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। हालाँकि कोरोना के मद्देनजर माँग कमजोर रही। स्पाइसजेट के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण फरवरी के मध्य से ही माँग पर बुरा प्रभाव पड़ना शुरू हो गया था। इसके अलावा बोइंग 737 मैक्स विमानों के परिचालन पर प्रतिबंध से भी तिमाही के दौरान एयरलाइन का प्रदर्शन प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया में विमानन उद्योग के लिए सबसे कठिन समय है और विश्वास जताया कि आने वाले समय में स्थितियाँ बेहतर होंगी। पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी को 934.8 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है। इस दौरान परिचालन से होने वाली आय 36 फीसदी बढ़ी और भरी सीटों का उसका अनुपात फरवरी 2020 तक लगातार 58 महीने 90 फीसदी से ऊपर रहा। कंपनी ने अपने बेड़े में 38 विमान शामिल किये और गत 31 मार्च को उसके पास विमानों की संख्या बढ़कर 114 पर पहुँच गई।