चंडीगढ़। पंजाब में आने वाले घरेलु यात्रियों के लिए 14 दिन के एकांतवास की छूट मिल सकती है यदि वह 72 घंटे से कम समय के लिए पंजाब आ रहे हों। पंजाब सरकार के यहां जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह घोषणा की। इन लोगों को राज्य की सीमा पर चेक पोस्ट में औपचारिक स्वघोषणा पत्र सौंपना होगा। यह रियायत परीक्षाएं देने वाले विद्यार्थियों और अन्य कारोबारी मुसाफिरों आदि, जो यहां 72 घंटे से कम समय के लिए ठहरेंगे, को देने का फैसला लिया गया है।
बयान के अनुसार पंजाब आने वाले बाकी घरेलू मुसाफिरों के लिए घरेलू एकांतवास की व्यवस्था पहले की तरह ही बरकरार रहेगी। सरकार के बयान के अनुसार जिन यात्रियों को यह छूट हासिल है, उनको कोवा ऐप पर मुहैया करवाई गई तय प्रक्रिया में चेक पोस्ट के ऑफिसर इंचार्ज को औपचारिक स्वघोषणा पत्र सौंपने की जरूरत होगी। उनको अपने मोबाईलों पर कोवा ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप पर मुसाफिरों संबंधी सूचना देने वाले हिस्से में अपनी जानकारी देने के अलावा इन लोगों को यह घोषणा-पत्र देना होगा कि पंजाब में ठहरने के दौरान कोवा ऐप सक्रिय रखेंगे।
ऐसे यात्रियों के लिए अन्य निर्धारित संचालन विधि के मुताबिक इनको बताना होगा कि वह किसी कन्टेनमेंट जोन से नहीं आ रहे और राज्य में पहुंचने के समय से लेकर वह पंजाब में 72 घंटों से अधिक समय के लिए नहीं ठहरेंगे। इस समय के दौरान वह अपने स्वास्थ्य की निगरानी करने और अपने आस-पास के लोगों से दूरी बनाकर रखने के लिए पाबंद रहेंगे। यदि कोविड-19 से सम्बन्धित किसी भी लक्षण का पता लगता है, तो वह नियुक्त की गई निगरानी टीम के साथ बातचीत करेंगे और तुरंत 104 नंबर पर कॉल करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरूरी सावधानियों की सख़्ती से पालना करनी होगी और मास्क पहनने / सामाजिक दूरी आदि का पालन न करने पर ‘द ऐपिडेमिक डिजीज एक्ट-1897’ की व्यवस्था के अनुसार भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जा सकती है। इसी तरह यदि वापसी के एक हफ्ते के अंदर किसी भी व्यक्ति का टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरंत पंजाब सरकार के हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल करनी होगी और संपर्क करके उन लोगों को ढूंढने में मदद भी करनी होगी, जिनके संपर्क में वह आये थे।
भारत सरकार ने हाल ही में घरेलू यात्रियों के लिए घरेलू एकांतवास की जरूरत को खत्म कर दिया है और उसकी जगह पर स्वनिगरानी करने के लिए कहा गया है, परन्तु कैप्टन अमरिन्दर सिंह स्पष्ट कर चुके हैं कि कोविड मामलों की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर पंजाब में एकांतवास की बन्दिशें जारी रहेंगी। यह ऐलान नियमों में दी गई इकलौती ढील है।