नई दिल्ली। रोजमर्रा की उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने देश में मरीजों के परिक्षण की क्षमता को बढ़ाने में मदद के लिए 13 करोड़ रुपए मूल्य की 74,328 आरटी-पीसीआर कोविड -19 परीक्षण किट दान की हैं। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि महाराष्ट्र सरकार को कोविड -19 की शुरुआती पहचान में मदद करने के लिए लगभग 28,800 आरटी-पीसीआर टेस्टिंग किट दिए गए हैं। आरटी-पीसीआर किट पाने वाले अन्य संस्थानों में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (20,160 किट), मेट्रोपोलिस लैब्स (8088 किट) और अपोलो अस्पताल (17,280 किट) शामिल हैं। आरटी-पीसीआर परीक्षण किट में न्यूक्लिक एसिड डायग्नोस्टिक किट, सेम्पल रिलीज रिएजेंट, थ्रोट स्वैब, पीसीआर ट्यूब और सेम्पल स्टोरेज रिएजेंट शामिल हैं।
कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि टेस्टिंग किट और अन्य चिकित्सा उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति से फ्रंटलाइन योद्धाओं को कोविड -19 वायरस से निपटने में मदद मिलेगी। यह न केवल महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नि: शुल्क परीक्षण की अनुमति देगा, बल्कि लक्षण रहित रोगियों के परीक्षण की प्रक्रिया को भी तेज करेगा और देश में महामारी के प्रसार को रोकने के सरकारी प्रयासों के पूरक होगा। इस योगदान में 3 करोड़ रुपये के 29 वेंटिलेटर शामिल हैं जिन्हें एसयूएल महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों को दान कर रहा है।
पिछले महीने, एचयूएल ने महाराष्ट्र लोक स्वास्थ्य विभाग को पीपीई के 5000 सेट, 20,000 एन 95 मास्क, 2,00,000 दस्ताने, 112 पल्स ऑक्सीमीटर और 28 ऑक्सीजन कंसेंटर को 2 करोड़ रुपये का दान दिया था। महाराष्ट्र और नई दिल्ली जैसे राज्यों में जहाँ कोविड-19 रोगियों की संख्या अधिक है, एचयूएल पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अपने विनिर्माण स्थानों और कार्यालयों के आसपास पूरे भारत में उत्पाद दान और अन्य सहायता प्रदान कर रहा है। एचयूएल ने हाल ही में भारत को कोविड-19 महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए 100 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है, जो लोगों और समुदायों की सुरक्षा, उत्पाद सोर्सिंग और व्यापार निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहल कर रहा है।
इन पहलों में, बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाना, कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त सेनिटेशन और हाइजीन उत्पाद मुहैया कराना और समाज के अनछुए वर्ग, अस्पतालों और परीक्षण केंद्रों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को अपग्रेड करना और आइसोलेशन सेंटर स्थापित करना है, परिणामस्वरूप स्थानीय अधिकारियों को कोविड-19 संक्रमण को रोकने में मदद की जा सके। कंपनी कोविड-19 से लड़ने में मदद के लिए खाद्य किट और आवश्यक स्वच्छता और पोषण उत्पादों के बाद लॉकडाउन के साथ लगभग छह लाख प्रवासी श्रमिक परिवारों की मदद कर रही है।