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वर्ष 2019-20 में 26519 करोड़ बढ़ा जीएसटी राजस्व

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 1 2020 7:05PM | Updated Date: Apr 1 2020 7:05PM
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वस्तुओं के आयात प्रभावित होने के साथ ही घरेलू स्तर पर लॉकडाउन के कारण मार्च 2020 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर सका और 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान संग्रहित राजस्व की तुलना में मात्र 26519 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की जा सकी। 
 
इस वर्ष मार्च में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 97597 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले वर्ष मार्च में यह राशि 106577 करोड़ रुपये रही थी। वित्त मंत्रालय द्वारा बुधवार को यहां जारी बयान के अनुसार मार्च में संग्रहित जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 19,183 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी संग्रह 25,601 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी संग्रह 44508 करोड़ रुपये और उपकर संग्रह 8,306 करोड़ रुपये रहा। एकीकृत जीएसटी में 18,056 करोड़ रुपये और उपकर में 841 करोड़ रुपये आयात से प्राप्त हुये हैं। फरवरी महीने के लिए 31 मार्च तक 76.5 लाख करदाताओं ने जीएसटीआर-3बी फॉर्म भरे।
 
सरकार ने एकीकृत जीएसटी से 19,718 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी और 14,915करोड़ रुपये राज्य जीएसटी के खाते में हस्तांतरित किया है। इसके अतिरिक्त सरकार ने 6000 करोड़ रुपये की शेष राशि में से आधा आधा केन्द्र और राज्यों के बीच वितरित कर दिया है। नियमित आवंटन के बाद मार्च में केन्द्र सरकार का कुल जीएसटी राजस्व 41,901 करोड़ रुपये और राज्यों की कुल राशि 43,516 करोड़ रुपये रही है।
 
वर्ष 2018-19 में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 1092120 करोड़ रुपये रहा था जो इस वर्ष मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में 26519 करोड़ रुपये बढ़कर 1118639 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सरकार ने वर्ष 2019-20 में औसतन हर महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी राजस्व संग्रह का लक्ष्य रखा था लेकिन मात्र छह महीने ही इस लक्ष्य को हासिल किया जा सका। लक्ष्य हासिल नहीं होने के मद्देनजर सरकार ने जनवरी मार्च तिमाही में हर महीने एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह का लक्ष्य दोबारा निर्धारित किया जिसे जनवरी 2020 में तो हासिल कर लिया गया लेकिन फरवरी में यह 105366 करोड़ रुपये रहा और मार्च में घटकर 97597 करोड़ रुपये पर आ गया। 
 
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