रियाद। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण चीन की अर्थव्यस्था को इस साल कम से 0.4 प्रतिशत और वैश्विक अर्थव्यवस्था को 0.1 प्रतिशत का नुकसान होने की बात कही है तथा यह भी चेताया है कि यदि वायरस के प्रसार को को नियंत्रित करने में देरी हुई तो आर्थिक नुकसान अधिक हो सकता है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीना जॉर्जीवा ने यहाँ जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक को संबोधित करते हुये शनिवार को कहा ‘‘हमने जनवरी में अनुमान व्यक्त किया था कि इस वर्ष वैश्विक आर्थिक विकास दर 2019 के 2.9 फीसदी से बढ़कर 3.3 प्रतिशत पर पहुँच जायेगी।
लेकिन उसके बाद वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में सामने आये कोविड-19 से चीन में आर्थिक गतिविधियाँ बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। आईएमएफ प्रमुख ने कहा कि यदि कोराना वायरस का चीन की अर्थव्यवस्था पर बेहद कम असर हुआ तब भी उसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर अनुमान से 0.4 फीसदी कम रहेगी। स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर जीडीपी को और अधिक नुकसान हो सकता है।
उन्होंने कहा ‘‘हमारे मौजूदा आकलन के अनुसार, सबसे अच्छी स्थिति में घोषित नीतियों और उनके सही क्रियान्वयन से वर्ष की दूसरी तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था सामान्य हो जायेगी। इसके फलस्वरूप वैश्विक अर्थव्यवस्था पर तुलानात्मक रूप से कम प्रभाव पड़ेगा जो जल्द खत्म हो जायेगा। उस स्थिति में चीन की विकास दर इस वर्ष 5.6 प्रतिशत रहेगी जो जनवरी के अनुमान की तुलना में 0.4 फीसदी कम है। ऐसे में वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर अनुमान से 0.1 फीसदी कम रहेगी।