अहमदाबाद। पश्चिम रेलवे ने 616 पार्सल विशेष ट्रेनों से 50 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व हासिल किया है। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर की ओर से बुधवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार कोरोना महामारी के कठिनतम समय के दौरान विभिन्न बाधाओं और श्रम शक्ति की कमी के बावजूद 23 मार्च से 19 अक्टूबर तक लगभग 1.53 लाख टन वजन वाली वस्तुओं को पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 616 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न स्थानों तक ले जाया गया है जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली राजस्व आय लगभग 51.51 करोड़ रु. रही है।
इसके अंतर्गत पश्चिम रेलवे द्वारा 106 दुग्ध विशेष रेलगाड़यिां चलाई गईं जिनमें 80,700 टन से अधिक भार के साथ वैगनों का 100% उपयोग सुनिश्चित किया गया। इसी तरह लगभग 49 हजार टन आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 458 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी चलाई गईं। इनके अलावा लगभग 23000 टन के भार के लिए 100% उपयोग के साथ 52 इंडेंटेड रेक भी चलाये गये।
लॉकडाउन की अवधि के दौरान 22 मार्च से 19 अक्टूबर तक पश्चिम रेलवे पर मालगाड़ियों के 18,674 रेकों का उपयोग 39.73 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है। 36,414 मालगाड़यिों को अन्य क्षेत्रीय रेलों के साथ जोड़ा गया। इसी क्रम में 20 अक्टूबर को तीन पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से रवाना हुईं जिनमें 2 पार्सल स्पेशल बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी और पोरबंदर से शालीमार के लिए चलाई गईं। जबकि एक दूध विशेष ट्रेन पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई।