मुंबई। दवा निर्माण कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने कोरोना वायरस कोविड-19 के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों को दी जाने वाली अपनी दवा ‘फैबीफ्लू’ के दाम 27 फीसदी घटा दिये हैं। कंपनी ने आज बीएसई को यह जानकारी दी कि उसने फैबीफ्लू के टैबलेट की कीमत 103 रुपये से घटाकर 75 रुपये प्रति टैबलेट कर दी है। कंपनी ने बताया कि अधिक बिक्री और उत्पादन के कारण हुए लाभ की वजह से उसने कीमत घटाने का फैसला किया है।
कंपनी का कहना है कि भारत में ही दवा का कच्चा माल (एपीआई) भी बन रहा है और इसका निर्माण भी देश में ग्लेनमार्क के दवा कारखानों में हो रहा है, इसी कारण इसका लाभ अब देश के कोरोना संक्रमित मरीजों को पहुंचाया जायेगा। ग्लेनमार्क ने अपनी शोध एवं अनुसंधान टीम की मदद से फैबीफ्लू का एपीआई और फॉर्मूलेशन विकसित किया है इसीलिए वह दवा निर्माण के लिए पूरी तरह आत्मनिर्भर है। गुजरात स्थित कंपनी के दवा कारखाने में फैबीफ्लू का एपीआई निर्मित होता है और हिमाचल प्रदेश में कंपनी के कारखाने में ही इसका फार्मूलेशन होता है।
कंपनी ने साथ ही यह बताया कि उसने फैबीफ्लू के प्रभाव की अच्छी तरह निगरानी करने के लिए 1,000 मरीजों पर पोस्ट मार्केटिंग सर्विलांस अध्ययन शुरू किया है। ये वो मरीज हैं, जिन्हें फैबीफ्लू दवा दी गई है। ग्लेनमार्क ने गत 20 जून को यह घोषणा की थी कि उसे फैबीफ्लू के निर्माण और विपणन की नियामकों से मंजूरी मिल गई है।
कंपनी ने फैबीफ्लू के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल भी पूरा कर लिया है। परीक्षण के परिणाम जल्द ही आने वाले हैं। कंपनी इसके अलावा दो एंटीवायरल दवा फैवीपाइराविर और उमिफेनोविर के प्रभाव के आंकलन के लिए तीसरे चरण का एक अन्य क्लीनिकल ट्रायल कर रही है । यह परीक्षण मध्यम लक्षणों वाले व्यस्क कोरोना मरीजों पर किया जा है, जो अस्पताल में भर्ती हैं।