बेंगलुरू। हैदराबाद की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) ने अभिनेत्रियों संजना गलरानी और रागिनी द्विवेदी के बालों के नमूने यह कहते हुए लौटा दिये कि परीक्षण के लिए साक्ष्य प्रस्तुत जमा करने लिए तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने शनिवार को कहा कि एफएसएल ने दोनों अभिनेत्रियों के बालों के नमूनों को मामूली त्रुटियों के कारण वापस लौटा दिया था, लेकिन अब इसे ठीक कर लिया गया है और नमूनों को एक बार फिर परीक्षण के लिए वहां भेजा गया है।
पाटिल ने कहा कि यह पहला मौका है जब अतिरिक्त साक्ष्यों को हासिल करने के लिए बालों का परीक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संबंधित मामले में तकनीकी डेटा जुटा लिया गया है तथा प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, सेल फोन काल के विस्तृत रिकार्ड तथा बालों के नमूने अतिरिक्त साक्ष्य होंगे।
संदलवुड की इन दोनों अभिनेत्रियों पर पार्टियों में ड्रग्स के सौदे और इसका उपयोग करने का आरोप है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले के अन्य आरोपी वीरेन खन्ना ने जांच में सहयोग करने से इंकार कर दिया है, इसलिए पुलिस ने इससे जुड़े और सुराग हासिल करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट और अन्य वैज्ञानिक परीक्षण कराने की अनुमति ली है।