मुम्बई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच कर रही है। मामले में नए नतिजे सामने आ रहे है। इस कड़ी में मुंबई से सटे ठाणे के निवासी मोहन जोशी ने कहा है कि उन्होंने सुशांत सिंह को अवसाद से ठीक किया था। जोशी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उन्होंने सुशांत को स्पर्श उपचार के जरिए ठीक करने का दावा किया है । स्पर्श उपचार का दावा करने वाले मोहन जोशी ने कहा है कि रिया चक्रवर्ती और सुशांत सिंह राजपूत ने उन्हें बुलाया था।
वहीं पर उन्होंने सुशांत का स्पर्श उपचार किया था जिसके बाद वे ठीक हो गए थे। इसके लिए रिया चक्रवर्ती ने फोन किया था और ललित होटल के पीछे वॉटर स्टोन रिसॉर्ट में बुलाया था। वायरल वीडियो में जोशी कहते हैं कि मुझे रोगी के अवसादग्रस्त होने की जानकारी दी गई थी। मैं रिसॉर्ट में गया था जहां 25 मिनट तक स्पर्श उपचार किया। उन्होंने कहा, दूसरे दिन फोन आया और बताया गया कि सुशांत बहुत दिन के बाद हंसे। उसी दौरान उन्हें दिल्ली से एक कैंसर मरीज के लिए दिल्ली जाना था।
जोशी ने कहा था कि अगर उन्हें आना है तो वे ठाणे आएं। लेकिन वह ठाणे नहीं आए। उसके बाद मेरा सुशांत से कोई संपर्क नहीं हुआ। अब मोहन जोशी के दावे में कितनी सच्चाई है यह तो समय ही बताएगा। मोहन जोशी भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि योग के जरिए वह स्पर्श उपचार के क्षेत्र में आए। साल 1982 में उनके एक सहकर्मी को गैंगरीन हो गया था जिसे उन्होंने स्पर्श उपचार से ठीक किया था। यह उपचार वह निशुल्क करते हैं।
एक हाथ नाभि पर और एक हाथ पीछे की तरफ रखते हैं। वह कहते हैं, मेरे हाथ से ऊर्जा निकलती है जिससे रोगी स्वस्थ हो जाता है। इसके अलावा कपाल और सिर पर हाथ रखकर ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। स्पर्श उपचार में वे इससे ज्यादा कुछ नहीं करते। इस उपचार के लिए वे कोई विज्ञापन आदि नहीं करते। संभवतः सुशांत की मंगेतर रिया चक्रवर्ती ने गूगल पर उन्हें खोजा था।