सुशांत की मौत एक गुत्थी बन कर रह गयी है कोई इसे आत्महत्या बता रहा है तो कोई हत्या। अब यह केस सुशांत को सौंप दिया गया है और जिस कमरे में सुशांत की लाश मिली उस कमरे को खुलवाने के लिए एक चाबी वाले को बुलाया गया था। उसन भी 14 जून को उसके जाने के बाद क्या हुआ था इस बात का खुलासा किया है।
चाबी वाले का नाम मोहम्मद रफी शेख है और उसने बताया की सिदार्थ पिठानि के फ़ोन करने पर वह सुशांत के फ्लेट पर आया था। रफ़ी ने आगे बताया की जब वो कमरे के पास पंहुचा तो कमरे पर कम्पूटराइज़ लॉक लगा हुआ था, उस समय वहाँ पर कुल चार लोग मौजूद थे। मुझे इसकी चाबी बनाने के लिए बोला गया तब मैंने कहा की इसमें थोड़ा वक्त लगेगा तो उन्होंने कहा की लॉक तोड़ दो और लॉक तोड़ते ही मुझे तुरंत घर से बाहर जाने को कहा और मुझे कमरे के अंदर बिलकुल भी देखने नहीं दिया,उन चारो में से कोई भी घबराया हुआ नहीं लग रहा था।