मुंबई। बॉलीवुड की पिच पर अपने रूमानी अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले सुशांत सिंह राजपूत दरअसल क्रिकेट की पिच पर जलवा बिखेरना चाहते थे। सुशांत सिंह राजपूत ने एक बार बताया था कि वह क्रिकेटर बनना चाहते थे। क्रिकेट से सुशांत सिंह राजूपत को हमेशा ही लगाव रहा। वह बचपन में क्रिकेट सीजन शुरू होने से पहले सारे मैचों की तारीख नोट कर लिया करते थे, खासतौर पर भारत और पाकिस्तान मुकाबले की।
वह भारत-पाकिस्तान के मैच के दिन कोई और काम नहीं किया करते थे। सुशांत की किस्मत उन्हें फिल्मों में ले आई लेकिन उनका क्रिकेट कनेक्शन यहां भी बना रहा। अपनी पहली ही फिल्म काय पो चे में उन्होंने क्रिकेट कोच की भूमिका निभाई और अपने जीवन की सबसे बड़ी फिल्म एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी में उल्होंने कैप्टन कूल माही का किरदार निभाया। सुशांत भारतीय टीम के लिये खेलना चाहते थे लेकिन घर में सबसे छोटा और इकलौता बेटा होने के नाते वह रिस्क नहीं ले सके, इसीलिये उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा। उनकी बहन मीतु राज्यस्तरीय क्रिकेटर हैं जबकि उन्होंने भी काफी कम उम्र में बैट पकड़ लिया था।
हालांकि उन्होंने जूनियर लेवल पर राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट खेला था। जब वह आठवीं कक्षा में थे तब क्रिकेट को बतौर करियर अपनाने के बारे में सोचा था लेकिन परिवार के दबाव के चलते नहीं कर सका। सुशांत ने बताया था कि उनकी एकेडमी को उनसे काफी उम्मीद थी लेकिन उन्हें क्रिकेट को करियर चुनना थोड़ा जोखिम भरा लगा। उन्हें परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरना था लेकिन वह शायद खुद को उस स्तर का नहीं समझ रहे थे। यही वो पल था जब उन्होंने क्रिकेट को छोड़कर इंजीनियरिंग को अपनाया। हालांकि बाद में वह एकिं्टग में उतर गये। इस दौरान सुशांत का क्रिकेट को लेकर प्यार कभी भी कम नहीं हुआ।
सुशांत क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के बहुत बड़े फैन रहे और करीब 10 सालों से उनके खेल को फॉलो कर रहे थे। क्रिकेट के प्रति उनके जुनून और पुराने दिनों की ट्रेनिंग ने सुशांत के लिये धोनी के किरदार को पर्दे पर जीवंत करने में काफी मदद की। फिल्म एमएस धोनी में काम करने के दौरान उनकी माही से अच्छी दोस्ती हो गई थी। फिल्म प्रमोशन के दौरान सुशांत ने बताया था कि उनमें और धोनी में एक समानता है। वह यह कि मंजिल से अधिक यात्राएं मायने रखती है। उन्हें यह तब महसूस हुआ जब फिल्म की शूटिंग शुरू की।