भोपाल। मध्यप्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज यहां ‘एफआईआर-आपके द्वार’ योजना का शुभारंभ किया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार डॉ मिश्रा ने आज नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में योजना का शुभारंभ किया और कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफआईआर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निवारण आसानी से हो सकेगा। प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये जनता को थाने तक नहीं जाना पड़ेगा। थाना उनके द्वार तक पहुँचेगा। पुलिस विभाग की यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि ‘एफआईआर.-आपके द्वार' योजना 11 संभागीय मुख्यालयों के एक शहरी थाना और एक ग्रामीण थाने और गैर संभागीय मुख्यालय दतिया के एक शहरी थाना सहित पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 23 थानों में प्रारंभ की गई है।
उन्होने कहा मध्यप्रदेश की डायल 100 सेवा ने जनता का दिल जीता है। सड़क दुर्घटनाओं में लोगों को अस्पताल पहुंचाकर अनेकों की जान बचाई जा चुकी है। उन्होंने इस अवसर पर इमरजेन्सी रिस्पांस सिस्टम अंतर्गत ‘हेल्पलाइन डायल 112 का शुभारंभ करते हुए बताया कि 112 नम्बर पर डायल करने से जनता को एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएँ एक ही नम्बर पर उपलब्ध हो सकेंगी। कंट्रोल रूम से शिकायतों का वर्गीकरण किया जाकर तत्काल संबंधित विभागों से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा सकेगा। इसकी शुरूआत कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने इस अवसर पर जानकारी दी कि डायल 100 में एफआईआर दर्ज करने के लिये प्रशिक्षित प्रधान आरक्षक रहेंगे। सामान्य प्रकार की शिकायतों की डायल 100 द्वारा मौके पर ही एफआईआर दर्ज की जायेगी। गंभीर शिकायतो पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर निर्णय लिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि योजना 31 अगस्त तक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में चलेगी। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उपेन्द्र जैन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार एस.के. झा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।