भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए है कि कोरोना के इलाज की सभी जिलों में अच्छी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएं। चौहान आज वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से संक्रमण रोकने के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए तथा इसका कड़ाई से पालन हो। थोड़े भी लक्षण पाए जाने पर कोरोना की टैसिंटग की जाए।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आयुर्वेदिक, होम्योपैथीक एवं युनानी दवाओं का भी नि:शुल्क वितरण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना के संबंध में नए क्षेत्र मुरैना, छिंदवाड़ा एवं खरगोन चिन्हित किए गए है, यहाँ सभी व्यवस्थाएँ हो। स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभाग का अमला जो कोरोना कार्य में सीधा संलग्न है, उसे भी पीपीई किट्स दिए जाएं। जिन लोगों को क्वारेंटाइन में रखा गया है, उनकी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
उन्हें भोजन आदि की कोई समस्या न हो। जो मरीज पोजीटिव पाए गए हैं, उनका अच्छे से अच्छा इलाज हो। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 13,895 व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन में रखा गया तथा 400 व्यक्तियों को पृथक से क्वारेंटाइन किया गया है।, चौहान ने निर्देश दिए कि बाहर से लौटे मजदूरों तथा प्रदेश के अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों के भोजन आदि की अच्छी व्यवस्था हो।
बताया गया कि प्रदेश के लगभग 5 लाख मजदूर बाहर से काम से लौटे है, इनमें से 13,750 का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। बाहर से आने वाले मजदूरों का चैक पोस्ट पर थरमल स्कैनर से तथा रैपिट रिस्पांस दलों द्वारा परीक्षण किया जा रहा है।