भोपाल। मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण भोपाल सहित 30 जिलों में स्थिति गंभीर हो गई है। अधिकांश इलाकों में रविवार को जमकर बारिश हुई, जिसके चलते कई जगहों पर सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। बारिश के होने के साथ-साथ भोपाल के फंदा इलाके के उफनते नाले में दो साल की एक बच्ची बह गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसी आशंका को देखते हुए भोपाल, विदिशा, रायसेन, मंडला और नरसिंहपुर जिलों के स्कूलों में सोमवार को अवकाश की घोषणा की गई है। भोपाल और विदिशा में बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया।
सीहोर के कलेक्टर ने भी सोमवार को जिले के सभी स्कूल बंद रहने की घोषणा की. कलेक्टर अजय गुप्ता ने कहा कि सोमवार 9 सितंबर को सभी स्कूलों(शासकीय एवं अशासकीय) प्ले स्कूल सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में भी एक दिवसीय अवकाश रहेगा। इसी बीच, मौसम वैज्ञानिक पी के शाह ने बताया कि आज सुबह 8.30 बजे से आज शाम 5.30 बजे तक भोपाल शहर में 62.1 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस दौरान पचमढ़ी में 45 मिलीमीटर, जबलपुर में 42 मिलीमीटर, छिन्दवाड़ा में 41 मिलीमीटर, उज्जैन में 28 मिलीमीटर, होशंगाबाद में 26 मिलीमीटर, मंडला में 24 मिलीमीटर, धार में 20 मिलीमीटर, रायसेन में 17 मिलीमीटर एवं ग्वालियर में 13.6 मिलीमीटर बारिश हुई। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते भोपाल में सभी नाले उफान पर हैं और शहर के कलियासोत बांध के 13 में से पांच गेट खोल दिये गये हैं। शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं।
पी के शाह ने बताया कि इसके अलावा, प्रदेश के कई बांधों के गेट खोले गये हैं, जिनमें खंडवा जिले में स्थित प्रदेश के सबसे बड़ा बांध इंदिरा सागर भी शामिल है। नर्मदा नदी पर बने इस इंदिरा सागर बांध के 20 में से 12 गेट खोले गये हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद सहित प्रदेश के 32 जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है और कहीं-कहीं पर अति भारी वर्षा होने की संभावना है।