नई दिल्ली। छह बार की विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज एम सी मैरीकॉम, बैडमिंटन की पहली भारतीय विश्व चैंपियन पीवी सिंधू, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण विजेता पहलवान विनेश फोगाट, स्टार फर्राटा धाविका दुती चंद और पैरा बैडमिंटन चैंपियन मानसी जोशी को बीबीसी ने वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय महिला खिलाड़ी के पुरस्कार के लिए नामित किया है। बीबीसी न्यूज में भारतीय भाषाओं की प्रमुख रुपा झा और बिजनेस डेवलपमेंट एशिया पैसिफिक प्रमुख इंदुशेखर सिन्हा ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्स वुमैन ऑफ द इयर पुरस्कार पहली बार शुरु किया गया है और विजेता खिलाड़ी को आठ मार्च को एक भव्य समारोह में यह पुरस्कार दिया जाएगा।
संवाददाता सम्मेलन में युवा महिला पहलवान सोनम मलिक मौजूद थीं जिन्होंने हाल में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक को हराया था। रुपा झा ने बताया कि इन पांच नामितों के नामों का चयन खेल पत्रकारों, विशेषज्ञों और खेल लेखकों की 40 सदस्यीय जूरी ने अपनी वोटिंग से किया है। विजेता का फैसला जनता की वोटिंग से होगा और जनता के लिए वोटिंग आज से शुरु हो गयी है जो 17 फरवरी को रात साढ़े 11 बजे तक खुली रहेगी।
एक व्यक्ति एक खिलाड़ी के लिए ही वोट कर पाएगा। वोटिंग लाइन छह भाषाओं हिंदी, पंजाबी, मराठी, तमिल, तेलुगू और गुजराती में होगी ताकि हर एक किसी को अपनी पसंद के हिसाब से खिलाड़ी चुनने का मौका मिल सके। आठ मार्च को विजेता की घोषणा होगी और उसे इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही एक लीजेंड खिलाड़ी को लाइफ टाइम पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। बीबीसी के डायरेक्टर जनरल लॉर्ड टोनी हॉल विजेता के नाम की घोषणा करेंगे।
24 वर्षीय सिंधू रियो ओलंपिक की रजत विजेता हैं और उन्होंने पिछले साल अगस्त में विश्व चैंपियनशिप जीतकर इतिहास बनाया था। 36 वर्षीय मैरीकॉम को हाल ही में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मविभूषण के लिए चुना गया था और वह विश्व चैंपियनशिप में आठ पदक जीतने वाली दुनिया की पहली मुक्केबाज हैं। 25 वर्षीय विनेश राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता हैं और उन्होंने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर देश को टोक्यो ओलंपिक कोटा दिलाया था।
30 वर्षीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी ने पिछले साल स्विटजरलैंड के बेसल में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता था। 23 वर्षीय फर्राटा धाविका दुती चंद ने जकार्ता एशियाई खेलों में देश को 20 साल के लंबे अंतराल के बाद 100 मीटर दौड़ में पदक दिलाया था। रुपा ने साथ ही बताया कि इन पांच नामित खिलाड़ियों के जीवन के संघर्ष और सफलता की कहानी का प्रसारण किया जाएगा जिससे लोगों को यह पता चल सके कि उन्होंने जीवन के कड़े संघर्ष से गुजरने के बाद यह मुकाम हासिल किया है।