नई दिल्ली। एक समय था जब स्कूटर लैंब्रेटा की भारतीय बाजार में काफी मांग थी और 70 से 90 के दशक में यह स्कूटर लोगों के दिलों पर राज करता था। अब स्कूटर लैंब्रेटा को भारत में बनाने वाली सरकारी कंपनी स्कूटर्स इंडिया को बंद करने की खबरें आ रही हैं। सरकार की योजना पहले इस कंपनी की पूरी हिस्सेदारी बेचने की थी। लेकिन किसी ने भी इस स्कूटर्स इंडिया को खरीदने में रुचि नहीं दिखाई। ऐसे में सरकार ने अब कंपनी को बंद कर सकती है।
सरकार की हिस्सेदारी 93.87 फीसदी : सरकार की स्कूटर्स इंडिया में 93.87 फीसदी हिस्सेदारी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी के शेयर में 5 फीसदी का ऊपरी सर्किट (जब शेयर को खरीदने वाले ही होते है और बेचने वाला नहीं होता है) लग गया है। उद्योग मंत्रालय ने स्कूटर्स इंडिया को बंद करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। सूत्रों की मानें तो इसकी सारी जमीन को बेचकर उत्तर प्रदेश की सरकार को वापिस कर दी जाएगी। कंपनी की मशीनें और प्लांट भी बेच दिए जाएंगे।
'कर्मचारियों के VRS में' : सूत्रों ने बताया कि स्कूटर्स इंडिया के ब्रैंड को अलग से बेचने के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। जिसे बेचने की पूरी जिम्मेदारी एमएसटीसी (MSTC-Metal Scrap Trading Corporation) को दी जाएगी। ये सरकारी कंपनी इसे बेचकर जो पैसा मिलेगा। उसका इस्तेमाल कर्मचारियों के VRS में होगा। वहीं बंद करने से पहले इसे शेयर बाजार से डीलिस्ट भी कराया जाएगा।