हमारे जीवन में धन के महत्व को आचार्य चाणक्य भलिभांति जानते और समझते थे। इसलिए चाणक्य ने व्यक्ति को धन कैसे प्राप्त करना चाहिए, इस पर उन्होनें अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में विस्तार से लिखा है। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को सदैव अपने आचरण को शुद्ध रखना चाहिए। जो व्यक्ति स्वच्छता नहीं अपनाता है और अपने कार्यों को समय से पूरा नहीं करता है ऐसे लोगों से लक्ष्मी तुरंत दूरी बना लेती है।
नहीं करना चाहिए ये काम :
1. लक्ष्मी जी ऐसे लोगों से अधिक प्रसन्न रहती हैं जो अपने सहयोगियों को साथ लेकर चलते हैं। सभी सहयोगियों को साथ लेने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा होती है और कार्य पूर्ण होते हैं।
2. जिन लोगों की वाणी में मधुरता नहीं रहती है। लक्ष्मी जी ऐसे लोगों का साथ बहुत जल्दी छोड़ देती हैं। लक्ष्मी जी उन्हीं लोगों से प्रसन्न रहती हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी वाणी की मधुरता को नहीं त्यागते हैं।
3. लक्ष्मी जी उस घर को पसंद नहीं करती हैं जहां पर कलह और क्रोध का वातावरण होता है। लक्ष्मी जी को ऐसे स्थान पर रहना अच्छा नहीं लगता है।
4. जिस घर के सदस्य आपस में लड़ते झगड़ते रहते हैं, दांपत्य जीवन में मधुरता का अभाव रहता है और जो एक दूसरे पर क्रोध करते रहते हैं, उस स्थान को लक्ष्मी जी बहुत जल्द छोड़कर चली जाती हैं।