अक्सर हम सभी की कोई न कोई कमजोरी होती ही है चाहे वो हेल्थ से रिलेटेड हो या हमारे व्यक्तित्व से जुडी हुई हो। हम में कोई न कोई कमियां पाई ही जाती है। ये कमियां क्या है? और क्यू है? बहुत से लोगो को मालूम नहीं होता है। किसी की कमजोरी अधिक गुस्सा करना होता है, तो किसी की चुगली करने की आदत होती है। सभी के स्वभाव में अलग-अलग कमजोरीयां होती ही है। लेकिन क्या आपको मालूम है? आप अपनी राशि के द्वारा अपनी सबसे बडी कमजोरी का पता लगा सकते है। जी हाँ, आज हम आपको इसी से सम्बंधित जानकारी देंगे जिससे आप अपने राशि के माध्यम से अपनी कमजोरी को जान सकेंगे। तो आइये जानते है कि हर राशि के जातकों के स्वभाव में कौन कौन सी अलग-अलग कमजोरी होती है।
मेष राशि- मेष राशि के जातको को आलस्य और लापरवाही की बुरी आदत होती है। जो की इनकी बहुत बड़ी कमजोरी है। इस आदत का मुख्य कारण इनकी कुंडली का बुध होता है। इस आदत से छुटकारा पाने के लिए इस राशि के जातको को प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य देवता की उपासना करनी चाहिए। जो इनके लिए आवश्यक है।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातको को अपशब्दों का प्रयोग करना और अत्यधिक उत्तेजित होने की बुरी आदत है। जो इन्हें कभी कभी बहुत बड़ी मुसीबत में डाल देती है। इस आदत के पीछे इनकी कुंडली का मंगल ग्रह जिम्मेदार होता है। इस राशि के जातको को मांसाहार का प्रयोग कम करना चाहिए साथ ही लाल रंग से भी बचाना चाहिए।
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातको को अपनी प्रशंसा और दूसरों की निंदा करने के आदि होते है। जिसके पीछे इनके कुंडली का बृहस्पति ग्रह जिम्मेदार होता है। इस राशि के जातको को हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए और मीठी चीज़ थोड़ी कम खानी चाहिए।
कर्क राशि- कर्क राशि के जातको को दूसरों का मजाक उड़ाने में और बात-बात में रोने की आदत होती है। इस राशि के जातक हद से ज्यादा भावुक होते हैं। जिसका कारण इनके कुंडली का चन्द्रमा होता है। चन्द्रमा के कमजोर होने से ये आदत पैदा हो जाती है। इस राशि के जातको के लिए शिव जी की उपासना करनी चाहिए और खान पान पर भी ध्यान रखना चाहिए।
सिंह राशि- सिंह राशि के जातको को बात बात में क्रोध करने और लड़ाई करने की बुरी आदत होती है। कभी कभी इस राशि के जातक अहंकार में अपना ही सब कुछ नष्ट कर डालते हैं। जिसके पीछे इनकी कुंडली का मंगल ग्रह होता है। इस राशि के जातको को काले रंग से और नशे की आदत से बचाव करना चाहिए।
तुला राशि- तुला राशि के जातको को दिखावा करने और पैसा उड़ाने की आदत होती है। इस राशि के जातको को रोज रोज प्रेम होता रहता है। जिसके पीछे इनकी कुंडली का चन्द्रमा जिम्मेदार होता है। इस आदत से छुटकारा पाने के लिए इस राशि के जातको शनि देव की आराधना करनी चाहिए और मित्रता कम करनी चाहिए।
कन्या राशि- कन्या राशि के जातको को हर जगह धन कमाने और अपने स्वार्थ के पीछे भागने की आदत होती है। इस राशि के जातक स्वार्थ में अक्सर इनके हाथ से रिश्ते छूट जाते हैं। जिसके पीछे इनकी कुंडली का शनि होता है। छुटकारा पाने के लिए इस राशि के जातको हल्के नीले रंग का प्रयोग करना चाहिए और पौधे लगाकर उनकी देखभाल करनी चाहिए।
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातको को बार बार परिवर्तन करने और नशा करने की बुरी आदत होती है। इस राशि के जातक दूसरों के भले में अपना नुकसान कर डालते हैं। जिसके पीछे इनकी कुंडली में नीच का चन्द्रमा होता है। छुटकारा पाने के लिए इस राशि के जातको को नियमित दूध पीना चाहिए और सफेद रंग का खूब प्रयोग करना चाहिए।
धनु राशि- धनु राशि के जातको को झूठ बोलना और उल्टा सीधा खाने की बुरी आदत होती है। इस राशि के जातको की वाणी कभी कभी बहुत ज्यादा कठोर हो जाती है। जिसके पीछे इनकी कुंडली का बुध और शनि होता हैं। इस लत से छुटकारे के लिए इस राशि के जातको को सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए तथा शनिवार को सात्विक भोजन खाना चाहिए।
मकर राशि- मकर राशि के जातको राशी को हर समय दूसरों की बुराई और ईर्ष्या करने की बुरी आदत होती है। इस राशि के लोगो कल्पना में समस्याएं पैदा कर डालते हैं। जिसके पीछे इनकी कुंडली का शनि और चन्द्रमा होता है। इस लत से छुटकारे के लिए इस राशि के जातको को हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए और लाल रंग से बचाव करना चाहिए।
कुम्भ राशि- कुम्भ राशि के जातको को नशे और काम टालने की बुरी आदत होती है। इस राशि के जातको को अक्सर कोई अच्छा दोस्त या साथी नहीं मिलता है। इस कमजोरी के पीछे इनकी कुंडली शुक्र जिम्मेदार होता हैं। इस लत से छुटकारे के लिए इस राशि के जातको को सु…