लंदन। शादी के बाद पति-पत्नी एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी बन जाते हैं। मगर पति पर एक अहम जिम्मेदारी होती है पत्नी और परिवार का भार उठाने की। इस जिम्मेदारी को कौन-कितनी शिद्दत से निभा सकता है, यह देखने के लिए फिनलैंड में वाइफ कैरीइंग वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। यह रेस कुछ समय पहले आई बॉलीवुड फिल्म 'दम लगाके हइशा' की तर्ज पर आयोजित की गई थी।
फिल्म की तरह ही इस रेस में भी पतियों को अपनी पत्नियों को पीठ पर उठाकर दोड़ लगानी थी। खास बात यह थी कि इस दौरान उन्हें कृत्रिम तालाब से गुजरने समेत कई रुकावटें पार करनी थी। अपनी तरह की यह रेस फिनलैंड के महज 4200 की आबादी वाले कस्बे सोंकाजेर्वी में आयोजित की गई थी। यह 250 मीटर की रेस थी। इस रेस की एक और मजेदार बात यह थी कि इसमें पुरुष अपने साथी को पीठ पर उठाकर दौड़ सकते थे या वह किसी से पार्टनर उधार भी ले सकते थे।
इस रेस में हिस्सा लेने के लिए जापान, अमेरिका और रूस से प्रतिभागी आए थे। इस साल इस रेस में 53 पुरुषों ने अपनी पत्नियों के साथ हिस्सा लिया। इनका उत्साह बढ़ाने के लिए हजारों की संख्या बढ़ाने के लिए जमा हुए थे। इस रेस का यह 23वां साल था। शनिवार को आयोजित इस रेस का खिताब लिथुआनिया के वितॉतास किरक्लीआॅसकस और नेरिंगा किरक्लीआॅसकीने ने जीता। इन्होंने छह बार के चैंपियन रहे फिनलैंड के तेस्तो मितिनेन को हराया।