वाशिंगटन। चांद से जुड़ा कोई भी सामान धरती के लोगों के लिए किसी दुर्लभ वस्तु से कम नहीं है। अपोलो के अंतरिक्ष यात्री चांद से कुछ सामान धरती पर लेकर आए थे, लेकिन वो भी आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। अमेरिका में रहने वाली एक महिला जिसका नाम लौरा सिको बताया जा रहा है, उन चंद खुशकिस्मत लोगों में से हैं जो कि चांद के एक हिस्से पर अपनी दावेदारी पेश कर सकती हैं। लौरा सिको ने नासा पर केस किया हैं,नासा उनसे उनका हिस्सा वापस लेने की कोशिश नहीं करेगा।
नील आर्मस्ट्रांग ने किया था गिफ्ट
1970 में सिको जब महज 10 साल की थीं, तब उन्हें पहले अंतरिक्षयात्री नील आर्म स्ट्रांग ने अपने हाथों से लिखे एक लेटर के साथ एक छोटी बॉटल में मून डस्ट गिफ्ट की थी। नील, सिको के पिता के दोस्त थे, जो कि वर आर्मी में थे। सालों बाद उन्हें अपने पेरेंट्स के सामान में से वो बॉटल वापस मिली है।
अब सिको उस पर अपना हक जताना चाहती है, वे नहीं चाहती कि नासा उनसे वो बॉटल वापस ले।मून डस्ट की उस बॉटल पर नासा अपनी दावा आपत्ति ना जता सके, इसलिए महिला ने इस हफ्ते इस मामले को लेकर फेडरल कोर्ट में केस लगाया है, वहीं अभी तक नासा ने ना तो बॉटल वापस लेने की कोई कोशिश की है, और ना ही उनकी तरफ से ऐसा कोई बयान सामने आया है।
हालांकि नासा की तरफ से पहले भी चांद से जुड़े किसी भी सामान पर अपना हक जताने की घटनाएं हो चुकी हैं।महिला के पास जो मून डस्ट की बॉटल है, उसका दो बार टेस्ट हो चुका है। वैज्ञानिकों ने भी इसके चांद का हिस्सा होने की पुष्टि कर दी है।