जयपुर की महारानी गायत्री देवी को भारत की राजसी परिवारों की सुंदर महिलाओं में से एक माना जाता है। इनको जिंदगी ने दो बार बड़े दुख दिए। पहला तब जब पोलो खेलने के दौरान उनके पति की मृत्यु हो गई थी। और दूसरी उस समय जब 1997 में उनके बेटे की मौत हुई थी।
जूनागढ़ के नवाब के बारे में कहा जाता है कि वो 880 कुत्तों के मालिक थे उन्होंने हर कुत्ते की सेवा के लिए एक नौकर लगा रखा था। उन्होंने अपने सबसे पसंदीदा कुत्ते की शादी में लाखों रुपये खर्च किए थे।
हैदराबाद के निज़ाम अपने संपत्ति को लेकर परेशान थे कि उनका धन सरकार लूट लेगी। इसलिए उन्होंने इसे तांगे में छिपा दिया जिसे दीमकों ने बर्बाद कर डाला।
कोच बिहार की महारानी इंदिरा देवी ने बीसवीं सदी के प्रसिद्ध डिजायनर इटली के सलवाटोर फेरागामो को 100 जोड़े जूतों का ऑर्डर दिया था। ये कहा जाता है कि उनमें से कुछ जूतों में हीरे भी जड़े हुए थे।
महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय ने जयपुर के कारीगरों से एक शानदार चांदी का पात्र बनाने को कहा था। उस पात्र का मकसद इंग्लैंड यात्रा के दौरान गंगाजल ले जाना था।
राजकुमार मानवेंद्र सिंह गोहिल पहले ऐसे राजसी व्यक्ति थे जिन्हें जनता ने समलैंगिक यानि गे के रुप में स्वीकार कर लिया था। जिन्हें बाद में उनके अपने ही परिवार ने त्याग दिया।