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बेटी के शव के साथ रह रही थी 68 साल की महिला, कोलकाता में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 25 2023 4:26PM | Updated Date: Apr 25 2023 4:26PM
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। याहं पर दीपाली बसु नाम की एक 68 वर्षीय महिला अपनी बेटी की लाश के साथ रह रही थी। युवती का नाम संचिता बसु (38) था। उसकी मौत 3-4 दिन पहले ही हो गई थी। मौत का पता तब चला जब फूड डिलीवरी बॉय महिला के घर खाना लेकर पहुंचा। फूड डिलीवरी बॉय को घर के अंदर से अजीब से बदबू आ रही थी। उसने इसकी सूचना पड़ोसियों को दी और फिर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस महिला के फ्लैट में दाखिल हुई और वहां संचिता की सड़ी हुई लाश देखी।

ज्वाइंट सीपी (अपराध) शंख सुभ्र चक्रवर्ती के मुताबिक मामला बिजॉयगढ़ ऑफ जादवपुर का है। पुलिस का दावा है कि प्रथम दृष्टया मौत स्वाभाविक लग रही है। शरीर सड़ चुका है और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि तीन मंजिला इमारत के जिस फ्लैट में दोनों महिलाएं रह रही थीं, वह अस्त-व्यस्त था और इस बात के पर्याप्त संकेत थे कि मां और बेटी दोनों मानसिक रूप से बीमार थीं। डीसी (जादवपुर) बिदिशा कलिता ने कहा, 'ऐसा लगता है कि वे कुपोषण से पीड़ित थे और उनके दरवाजे पर भोजन पहुंचाने के बावजूद उन्होंने कई दिनों तक भोजन को छुआ नहीं था।'

पुलिस ने कहा, 'संचीता अपनी मां दीपाली के बहुत करीब थी। दीपाली के पति रिटायर थे और तीन साल पहले उनका निधन हो गया था। दोनों घर में ही रहती थीं, न कहीं आती-जाती थीं और न ही किसी से मतलब रखती थीं। समय बीतने के साथ, दोनों में मानसिक बीमारी के लक्षण दिखाने लगे। संचिता सार्वजनिक रूप से बाहर आने से परहेज करती थी और हमेशा घर पर ही रखती थी। मां-बेटी के पास आय का कोई स्रोत नहीं था। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहने वाला दीपाली का भतीजा उनके लिए दिन में दो बार भोजन की व्यवस्था करके उनकी मदद कर रहा था। भतीजे ने इस काम के लिए एक शख्स को रखा था। वह दिन में दो बार खाना देने आता था।

डिलीवरीमैन सोमवार को दोपहर के कुछ देर बाद पहुंचा तो उसने देखा कि पिछले तीन दिनों से जो खाना उसने डिलीवर किया था, वह दरवाजे के पास पड़ा हुआ था। उसने यह भी महसूस किया कि दो दिनों से उसने संचिता को नहीं देखा। जैसे ही उस आदमी ने अंदर झांकने की कोशिश की, उसे दुर्गंध आई। उसने तुरंत नीचे रहने वाले पड़ोसियों को सूचित किया जिन्होंने फिर जादवपुर पुलिस को फोन किया।

पड़ोसी संपा साहा ने कहा कि तेज गंध उसके परिवार को सुबह से ही परेशान कर रही थी। उन्होंने कहा, 'शुरुआत में, मुझे लगा कि कोई पालतू जानवर मर गया है। लेकिन मुझे कुछ पता नहीं चला। फिर मैंने अपने पति से पूछताछ करने के लिए कहा। लेकिन जब उन्होंने ऊपर जाने की कोशिश की, तो दीपाली ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि उनकी बेटी सो रही है। जब दरवाजा तोड़ा गया तो दीपाली अपनी बेटी के शव के बगल में लेटी थी। वह परेशान थी। पुलिस ने संचिता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं लखनऊ से उनका भतीजा कोलकाता पहुंच गया है। वहीं दीपाली को भी अस्पताल ले जाया गया है।

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