कानपुर। कोई लड़की इन गांवों के लड़के से शादी करने को तैयार ही नहीं है। कानपुर नगर निगम का सॉलिड वेस्टेज यहां से सटा हुआ है बदुआपुर गांव है। शादी न होने की वजह कुछ और नहीं बल्कि गंदगी है। इसके कारण कोई भी अपनी लडक़ी की शादी इन गांवों में नहीं करना चाहता है। बदुआपुर के संतोष राजपूत ने बताया कि यहां तालाब पाटकर कूड़ा प्लांट बना दिए गए हैं। यहां पर कई टन कूड़ा डम्प है। इन गांवों में कुंवारों की संख्या संक्रमण रोग की तरह बढ़ रही है। कानपुर के पनकी पड़ाव, जमुई, बदुआपुर सरायमिता गांव में गंदगी का अंबार इतना है कि लोग अपनी बेटियों की शादी इन गांवों के लडक़ों के साथ नहीं करना चाहते हैं। सोमवती का कहना है मेरे भतीजे की शादी तय हो गई थी, लेकिन यहां का वातारण देखकर शादी टूट गई। हमारे गांव में कई सालों से कोई शहनाई नहीं बजी है। रिश्ते वाले तो गांव के लडक़े देखने के लिए खूब आते हैं, लेकिन जब कूड़ा प्लांट, हवा और बीमारी का पता चलता है तो वापस हो जाते हैं। यहां गर्मियों में कोई नहीं रुकता क्योंकि यहां पर आग अपने आप पकड़ लेती है। यहां के 70 प्रतिशत लोग टीबी और दमा से ग्रसित हैं।