कोलंबो। श्रीलंका में प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त किए गए रानिल विक्रमसिंघे ने 51 दिन की सियासी उठापटक के बाद रविवार को दोबारा प्रधामंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह खबर दी है। श्रीलंका में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सुप्रीम कोर्ट के दो अहम फैसलों के चलते प्रधानमंत्री पद पर बने रहना अवैधानिक हो जाने के बाद राजपक्षे ने यह कदम उठाया। राजपक्षे के इस्तीफे के साथ ही श्रीलंका में करीब दो महीने से जारी सत्ता संघर्ष समाप्त माना जा रहा है।
राजपक्षे के बेटे नमाल राजपक्षे ने इससे पहले ट्वीट कर बताया था कि देश में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इससे पहले दिन में सुप्रीम कोर्ट ने अगले महीने सुनवाई पूरी होने तक महिंदा राजपक्षे के प्रधानमंत्री पद पर बने रहने पर एक अन्य अदालत की रोक पर शुक्रवार को स्थगन लगाने से इनकार कर दिया था।
दरअसल राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने एक विवादास्पद कदम के तहत 26 अक्टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को हटाकर राजपक्षे को प्रधानमंत्री बना दिया था, जिसके बाद देश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया था। सांसद नमाल ने कहा कि राष्ट्रपति सिरिसेना के साथ वृहद राजनीतिक गठबंधन के लिए श्रीलंका पोडुजन पेरामुना (एसएलपीपी), श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) तथा दूसरे दलों से मिलकर काम करेगी।