लंदन। ब्रिटेन में शराब पीने से होने वाली मौतों का आंकड़ा कुछ सालों से लगातार बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन स्कॉच व्हिस्की के लिए मशहूर स्कॉटलैंड में शराब के सेवन से सर्वाधिक मौतें हुयीं। स्कॉटलैंड में हालांकि 2017 में शराब जनित मौतों दर सर्वाधिक थी, जबकि वहां 2001 की तुलाना में मृत्यु दर में सांख्यिकीय रूप से 21 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2017 में पूरे ब्रिटेन में शराब पीने के कारण 7697 लोगों की मौत हो गयी। प्रति एक लाख की जनसंख्या पर मृत्यु दर 12.2 प्रतिशत है।
चिंताजनक बात यह है कि ब्रिटेन में प्रति एक लाख की आबादी पर शराब पीने से होने वाली मृत्यु दर 5.6 प्रतिशत से बढ़कर 32 प्रतिशत पर जा पहुंची है। वर्ष 2001 में जब शराब जनित मौतों को रिकॉर्ड करने की मौजूदा व्यवस्था शुरु हुई उसके बाद से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मौतों की संख्या में दोगुना से अधिक का इजाफा हुआ। वर्ष 2017 में प्रति एक लाख की आबादी पर पुरुषों और महिलाओं की मौतों का अनुपात क्रमश: 16.8 और 8.0 प्रतिशत रहा। ये आंकड़े शराब जनित लीवर की बीमारी तथा विभिन्न बीमारियों के कारण हुई लोगों की मौतों पर आधारित हैं।
पिछले साल शराब पीने से होने वाली मौतों की दर 55 से 59 वर्षीय महिलाओं और 60 से 64 वर्षीय पुरुषों में सबसे ज्यादा थी। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि वर्ष 2001 से ही स्कॉटलैंड में शराब पीने से सर्वाधिक मौतें हो रही हैं जबकि मौतों की सबसे कम दर इंग्लैंड में रही। वर्ष 2017 में स्कॉटलैंड में प्रति 100,000 की आबादी पर 20.5 लोगों की मौत हुयी जबकि इंग्लैंड में यह 11.1 रही। वर्ष 2017 में वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में शराब जनित मृत्यु दर प्रति 100,000 की आबादी पर क्रमश: 13.5 और 17.4 मौतें रहीं।
ब्रिटेन के उत्तरी पूर्व क्षेत्र में शराब जनित मौतों की दर सबसे अधिक दर्ज की गयी जबकि लंदन में यह सबसे कम रहा। लंदन में प्रति एक लाख की आबादी पर सबसे कम 7.8 मौतें दर्ज की गयीं। जो वर्ष 2001 की तुलना में भी सबसे कम रहा। हैरानी की बात यह है कि इसके बावजूद लंदन में शराब पीने से महिलाओं की सर्वाधिक मौतें भी दर्ज की गयीं। रिपोर्ट के मुताबिक यदि लंदन को अपवाद स्वरुप छोड़ दिया जाये तो वर्ष 2001 की तुलना में वर्ष 2017 में सभी इलाकों में पुरुषों और महिलाओं में शराब पीने से होनेवाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है।