तेहरान। तुर्की, रूस और ईरान के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को यहां आयोजित एक शिखर बैठक में सीरिया के इदलिब प्रांत में संघर्षविराम का समाधान सेना द्वारा नहीं बल्कि राजनीतिक वार्ता प्रक्रिया से निकाले जाने पर पर सहमति जताई। सीरिया युद्ध में मुख्य निभाने वाले विदेशी नेताओं तुर्की के तैयप एर्दोगन, रूस के व्लादिमीर पुतिन और ईरान के हसन रूहानी ने तेहरान में एक शिखर सम्मेलन किया, जिसमें सहमति बनी कि सेना से संघर्ष का समाधान नहीं हो सकता और यह सिर्फ राजनीतिक वार्ता प्रक्रिया से समाप्त हो सकता है।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें नरसंहार से डर है और तुर्की अब सीरिया के अन्य शरणार्थियों को शरण नहीं दे सकता है। पुतिन ने कहा कि संघर्षविराम व्यर्थ होगा क्योंकि इसमें आतंकवादी इस्लामिक लड़ाकों के समूहों को शामिल नहीं किया जाएगा। श्री रूहानी ने कहा कि सीरिया को अपने सभी इलाकों में वापस नियंत्रण हासिल करना होगा। इदलिब विद्रोहियों का एकमात्र बचा हुआ प्रमुख गढ़ है और यह युद्ध की आखिरी निर्णायक लड़ाई हो सकती है।