तेहरान। ईरान के परमाणु संगठन ने ने यूरोपीय देशों के साथ हुए परमाणु समझौते को लेकर कहा है कि अगर शेष पक्ष 2015 परमाणु समझौते को बरकरार रखने में विफल रहते हैं तो ईरान फिर से परमाणु संवर्धन शुरू करेगा। पहले किए गए संवर्द्धन के स्तर से इस बार यह कई आगे का होगा। सरकारी समाचार प्रसारक आईआरआईबी ने संगठन के प्रवक्ता बेहरोउज कमलवांडी के हवाले से बताया है, 'अगर हमारे समकक्ष जेसीपीओए छोड़ देते हैं तो हम पूर्व के स्तरों पर नहीं लौटेंगे बल्कि इसकी बजाय हम और भी उन्नत स्तर तक पहुंचेंगे।
जब हमने समझौते पर हस्ताक्षर किए थे उसके मुकाबले हम काफी अधिक उन्नत स्थिति में हैं। देश एक अनुकूल गति से परमाणु गतिविधियों में आगे बढ़ रहा है।'ईरान बार-बार दोहराता रहा है कि अगर 2015 समझौता विफल रहता है तो वह उच्च स्तर पर यूरेनियम संवर्धन शुरू कर देगा। समझौता ईरान को प्रतिंबधों में राहत देते हुए उसके परमाणु कार्यक्रमों को सीमित करने के लिए किया गया था।