मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से अलोकप्रिय उपाय को नरम करने के हालिया वादों के बावजूद देश भर के कई हजार लोगों ने पेंशन की उम्र सीमा बढ़ाने की सरकारी योजनाओं के विरोध में प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन से लगता है कि पुतिन द्वारा बुधवार को एक टेलीविजन संबोधन में दी गई छूट की पेशकश के बावजूद प्रस्तावित नीति सरकार के लिए राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दा बनी हुई है। पुतिन ने अपने भाषण के दौरान पहली बार सुधार के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी ली और इसे वित्तीय आवश्यकता के रूप में भी वर्णित किया। व्हाइट काउंटर नामक गैर सरकारी संगठन के मुताबिक राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन से करीब ढ़ाई किलोमीटर की दूरी पर नौ हजार लोगों ने इस प्रदशर्न में भाग लिया। मॉस्को पुलिस ने यह संख्या छह हजार के करीब बतायी।
प्रदर्शन में भाग लेने वाले लोग मुख्य आयोजक पार्टी केपीआरएफ के लाल झंडे और बैनरों को अपने हाथों में लिए हुए थे। पुलिस के मुताबिक पेंशन सुधारों के खिलाफ जस्ट रसिया पार्टी कीे ओर से भी विरोध प्रदर्शन का अलग से आयोजन किया गया जिसमें 1500 लोगों ने भाग लिया। पुतिन, जिन्हें मार्च में फिर से निर्वाचित किया गया था, ने सरकार द्वारा महिलाओं के लिए प्रस्तावित 63 की सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा को घटाकर 60 वर्ष करने की पेशकश की है। वर्तमान में रूसी महिलाएं 55 की उम्र में सेवानिवृत्त हो रही हैं। पुतिन ने कहा कि पुरूषों के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से बढ़ाकर 65 करने का प्रस्ताव अपरिवर्तित रहेगा।