वाशिंगटन/टोरंटो। अमेरिका और कनाडा के बीच उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता (नाफ्टा) वार्ता पर सहमति नहीं बन पायी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वार्ता में समझौता अमेरिका की शर्तों पर होगा वही कनाडा नाममात्र का समझौैता करने के लिए तैयार नहीं है वह एक अच्छा समझौता चाहता है। इस तरह दोनों देशों की नाफ्टा वार्ता किसी सिरे नहीं चढ़ पा रही है।
नाफ्टा वार्ता में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रोबर्ट लाइटजर और कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने एक बार फिर से वार्ता की लेकिन समझौते पर सहमति नहीं बन सकी। फ्रीलैंड ने कहा कि उनकी टीम अभी तक बड़े मुद्दों पर सहमति नहीं बना सकी है। फ्रीलैंड ने कहा, 'हम एक अच्छा समझौता चाहते हैं न कि महज एक समझौता। हम केवल उसी समझौते पर सहमत होंगे जो कनाडा के लिए बेहतर होगा।' मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फ्रीलैंड के डेयरी उत्पादों में छूट के कई प्रस्तावों के बावजूद अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि लाइटजर टस से मस होने को तैयार नहीं हैं।
नाफ्टा के अध्याय 19 को लेकर खींचतानदूसरी ओर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि की प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा ने कृषि उत्पादों में कोई छूट नहीं दी है जिसमें डेयरी उत्पाद भी शामिल हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ता जारी है। अमेरिका नाफ्टा की व्यापार विवाद प्रणाली के अध्याय 19 को हटाने पर और कनाडा इसे बरकरार रखने पर आमादा है।
शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए कहा था कि कनाडा डेयरी किसानों को सुरक्षा प्रदान करने वाली आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली को कमतर करने पर कोई समझौता नहीं करेगा। अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा की इस त्रिपक्षीय नाफ्टा वार्ता में मेक्सिको तीसरा सहयोगी राष्ट्र है। तीनों देशों के बीच नाफ्टा के तहत लाखों-करोड़ो डॉलर का व्यापार होता है इसलिए तीनों देश इस वार्ता के महत्व को भली भांति समझते हैं। अमेरिका और मेक्सिको के बीच द्विपक्षीय समझौता सोमवार को हो चुका है जिसके बाद मंगलवार से कनाडा वार्ता में शामिल हुआ था।