बैंकॉक। थाईलैंड में बाढ़ के पानी से भरी हुई टैम लुंग गुफा में फंसे फुटबाल टीम के किशोरों को बाहर निकालने का प्रयास सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। जोखिम भरी गुफा से अब तक आठ बच्चों को जीवित निकाल लिया गया है। यानी अब चार बच्चे और एक कोच अभी गुफा में फंसे हुए हैं। बारिश का अंदेशा इस अभियान को और मुश्किल बना रहा है जो उत्तरी थाईलैंड स्थित इस गुफा में पानी भरने के जोखिम को बढ़ा रहा है। हालांकि इस बचाव योजना के रास्ते में कई और मुश्किलें आ सकती हैं।
थाईलैंड के लोग इस संकट पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और लड़कों एवं उनके 25 वर्षीय कोच की सुरक्षित वापसी की उम्मीद जता रहे हैं। पानी का स्तर बढ़ जाने के चलते 23 जून को ये सभी थाम लूंग गुफा के भीतर फंस गए थे। घंटो चले इस बचाव अभियान में आठ देशों के विशेषज्ञ गोताखोर लड़कों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें गुफा से बाहर निकाल कर लाए। ये सभी लोग गुफा से चार किलोमीटर अंदर फंसे हुए थे जिससे बाहर निकलने के रास्ते बेहद मुश्किल और दुर्गम हैं।
गोताखोरों से लिपट गए बच्चे
अधिकारियों के मुताबिक, स्वस्थ बच्चों को सबसे पहले बाहर निकाला गया। बच्चों को बाहर आते ही चियांग राई अस्पताल ले जाया गया। जैसे ही बच्चे सतह पर आए, गोताखोरों ने उन्हें गले से लगा लिया।
इन देशों के गोताखोर जुटे
थाईलैंड के अलावा अमेरिका, चीन, जापान, ब्रिटेन और आॅस्ट्रेलिया के 90 गोताखोर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। एक हजार से ज्यादा जवान और एक्सपर्ट इस अभियान में मदद कर रहे हैं। ब्रिटिश गोताखोर जॉन वोलेंनथन और रिक स्टैटन रेस्क्यू आॅपरेशन के हीरो हैं। जॉन और रिक दुनिया के सबसे माहिर गोताखोर हैं। 2004 में दोनों ने ब्रिटेन की बुकी होल गुफा की गहराई में जाकर रिकॉर्ड बनाया था। रिक फायर ब्रिगेड विभाग से रिटायर्ड हैं और जॉन आईटी सलाहकार हैं। रिक ने 2004 में मैक्सिको में आई बाढ़ में 9 दिन तक फंसे रहे 6 सैनिकों को बचाया था।
गुफा मार्ग में बढ़ाए गए आॅक्सीजन सिलेंडर
गुफा मार्ग में आॅक्सीजन के अतिरिक्त सिलेंडर लगा दिए गए हैं। सेना के अनुसार बच्चों के लिए खाना जुटाया जा रहा है जो कम से कम चार महीने तक चल सके।