न्यूयार्क। मानवाधिकारों से संबद्ध अंतरराष्ट्रीय संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि म्यांमार में अल्पसंख्यक रोहिंग्या शरणार्थियों के साथ जिस तरह का बर्ताव हुआ है उसे मानवता के खिलाफ अपराध मानकर शीर्ष सैन्य अधिकारियों तथा कमांडरों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
एमनेस्टी ने सुरक्षा परिषद से इस रिपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ले जाने का भी आग्रह किया है और म्यांमार के खिलाफ हथियारों की खरीद पर रोक लगाने तथा वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंध लगाने की बात कही है। एमनेस्टी ने रोहिंग्या शरणार्थियों की स्थिति के बारे में पिछले वर्ष सितंबर में अपनी जांच शुरू की थी।