कुनमिंग। चीन के युन्नान प्रांत में दक्षिण एशियाई एवं दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के व्यापार मेले तथा पहले चीन-दक्षिण सहयोग मंच का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। चीन के उपप्रधानमंत्री हू चुनहुआ ने अफगानिस्तान, म्यांमार, थाईलैंड और लाओस के साथ विशाल कुनमिंग अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केन्द्र में पांचवे चीन-दक्षिण एशिया एक्सपो, 25वें चीन कुनमिंग आयात एवं निर्यात मेले का शुभारंभ किया और पहले चीन-दक्षिण एशिया सहयोग मंच के शुभारंभ की घोषणा की। ये दोनों मेले 20 जून तक चलेंगे।
दुनिया के 80 देशों के कारोबारी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में आयोजित उद्घाटन समारोह में पीएम हू चुनहुआ ने कहा कि चीन और दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया के बीच ऐतिहासिक काल के संबंध हैं। रेशम मार्ग से इन क्षेत्रों के साथ चीन के मजÞबूत कारोबारी और मधुर सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बेल्ट एंड रोड पहल (बीआरआई) को गति देने में योगदान की अपील करते हुए कहा कि चीन तथा दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों की कुल आबादी करीब तीन अरब है जो विश्व की आबादी की लगभग आधी है। उन्होंने कहा कि इस आबादी के सामने आर्थिक प्रगति के मार्ग में बाधायें आ रहीं हैं। हमें संरक्षणवाद सहित विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि चीन इस चुनौती का सामना करने को तैयार है। उसका मानना है कि बीआरआई परियोजना में परस्पर विश्वास के सहारे समृद्धि आयेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए राजनीतिक परिपक्वता की जÞरूरत है। यह परियोजना क्षेत्र के सभी देशों को एक सूत्र में पिरोयेगी। उन्होंने कहा कि कई देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते किये गये हैं जबकि कुछ के साथ दोहरे कराधान से बचाव के करार किये गये हैं। इस प्रकार से बीआरआई को सुदृढ़ आधार देने का प्रयास किया गया है। बंगलादेश-चीन-भारत-म्यांमार (बीसीआईएम) गलियारा और चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) इसके प्रमुख अंग हैं।
समारोह की अध्यक्षता युन्नान प्रांत के गवर्नर रुआन चेंगफा ने की। चीन की केन्द्रीय सरकार में वाणिज्य उप मंत्री गाओ यान ने कहा कि लगभग 80 देशों ने बीआरआई समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। कुनमिंग में इन व्यापारिक कार्यक्रमों का आयोजन बीआरआई परियोजना को गति देने के लिए किया जा रहा है। चीन का कारोबार इन देशों के साथ 2013 के बाद से 31 प्रतिशत बढ़ा है। जबकि इन देशों में चीन का कुल निवेश 11.84 अरब डॉलर का है। आधारभूत ढांचा क्षेत्र में चीन ने इन देशों के साथ 11.5 अरब डॉलर के समझौते किये हैं।
एक्सपो में थीम देश के रूप में इस बार म्यांमार और अफगानिस्तान भाग ले रहे हैं। अफगानिस्तान के द्वितीय उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी हाजी मोहम्मद मोहाकिक, लाओस के उप प्रधानमंत्री सोनेशाए सिफान्दोन, विएतनाम के उप प्रधानमंत्री वू दुक दाम तथा म्यांमार के वाणिज्य मंत्री डॉ. थान मिन्त ने भी समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर बींिजग स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी उपस्थित थे।
---पहली बार इतने बड़े पैमाने पर व्यापारिक आयोजन
चीन सरकार के सूत्रों के अनुसार व्यापारिक गतिविधियों का आयोजन इतने बड़े पैमाने पर पहली बार हो रहा है और पहली बार ही दक्षिण एशिया एवं दक्षिण पूर्वी एशिया के सभी देशों के करीब सौ पत्रकारों को भी कवरेज के लिए आमंत्रित किया गया है। आयोजन से जुड़े युन्नान प्रांत की सरकार के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस बार चीन दक्षिण एशिया एक्सो में सर्वाधिक भागीदार आये हैं। एक्सपो में सबसे बड़ा दल भारत से आया है जिसके कारोबारियों को एक्सपो में 158 बूथ आवंटित किये गये हैं। इसके बाद थाईलैंड, नेपाल एवं म्यांमार के दल हैं।
---एशियाई देशों के बीच नीतियों का एकीकरण करना उद्देश्य
हाल ही में चीन-दक्षिण एशिया सहयोग मंच का गठन किया गया है और उसका पहला सम्मेलन इस बार आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुनमिंग को चीन में दक्षिण एशिया के साथ व्यापारिक संपर्क के लिए केन्द्र बिन्दु बनाने का फैसला लिया गया है। इस मंच का उद्देश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच नीतियों का एकीकरण करना एवं सभी पक्षों के लोगों को एक दूसरे से जुड़ने का मौका देना एवं उनके बीच आदान प्रदान को बढ़ावा देना है। मंच के फोकस विषयों के बारे में चर्चा करते हुए सूत्रों ने कहा कि क्षेत्र के देशों में गरीबी उन्मूलन, व्यापार एवं सहयोग को बढ़ाना तथा विकास एवं वित्तीय सहयोग को लेकर एक क्षेत्रीय संवाद स्थापित करना है। इस मौके पर गरीबी उन्मूलन के उपायों को लेकर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है।
---बीआरआई में व्यापारिक संबंधों के साथ पर्यावरण पर भी होगा फोकस
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने युन्नान प्रांत को दक्षिण एवं दक्षिण पूर्वी एशिया विशेषकर हिन्दचीन प्रायद्वीप का द्वार बताते हुए बीआरआई के इस अत्यंत महत्वपूर्ण मुहाने को भविष्य की संभावनाओं के अनुरूप उच्च प्रौद्योगिकी और पर्यावरण एवं पर्यटन की दृष्टि से विकसित करना आरंभ किया है। यह स्थान बीसीआईएम, हिन्दचीन प्रायद्वीप आर्थिक गलियारे तथा लाकांग मेकांग सहयोग (एलएमसी) के मुहाने पर स्थित है। चीन सरकार ने युन्नान प्रांत को भविष्य के विकास की कल्पनाओं पर आधारित सूचना उद्योग खासकर क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट आफ थिंग्स, बिग डेटा, इंटेलीजेंस मैन्युफैक्चरिंग, रोबोटिक्स आदि के साथ एशिया की नयी सिलिकन वैली बनाने फूलों के पर्यटन केन्द्र के रूप में पूरे शहर के समग्र विकास की पहल आरंभ की है।