29 Mar 2024, 17:08:51 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » World

भारत-पाक के शामिल होने से एससीओ की बढ़ेगी ताकत

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 11 2018 10:19AM | Updated Date: Jun 11 2018 10:23AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

चिंगदाओ। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत और पाकिस्तान के शामिल होने से इसकी ताकत और बढ़ेगी। उन्होंने आठ सदस्यीय इस समूह में पीएम मोदी और पाक के राष्ट्रपति ममनून हुसैन का स्वागत किया। चीन स्थित एससीओ में पिछले साल भारत और पाक के सदस्यों के रूप में शामिल होने के बाद से मोदी और हुसैन पहली बार इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। 18वें एससीओ सम्मेलन की मेजबानी कर रहे चिनफिंग ने अपने शुरूआती भाषण में कहा कि यहां पूर्वी चीनी बंदरगाह शहर में आयोजित बैठक में मोदी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति हुसैन की उपस्थिति महान ऐतिहासिक क्षण है। 
 
चिनफिंग ने कहा, संगठन शंघाई भावना के लिए खड़ा है। उन्होंने आम, व्यापक, समग्र, सहकारी और दीर्घकालीन सुरक्षा का आह्वान किया। हमें शीत युद्ध की मानसिकता और गुटों के बीच टकराव को खारिज करना चाहिए और अन्य देशों की सुरक्षा के खर्च पर खुद की पूर्ण सुरक्षा के चलन का विरोध करना चाहिए, ताकि सभी देशों को सुरक्षा प्राप्त हो सके। चिनफिंग ने कहा, हमें आत्म केंद्रित, अदूरदर्शी और बंद कमरे की राजनीति को खारिज करना चाहिए।
 
हमें डब्लूटीओ नियमों को कायम रखना चाहिए और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का समर्थन करना चाहिए ताकि खुली दुनिया की अर्थव्यवस्था का निर्माण हो सके। समानता, पारस्परिक शिक्षा, वार्ता, संस्कृतियों के बीच समावेश का समर्थन किया जाना चाहिए। उन्होंने समस्याओं को दूर करने, जोखिमों को कम करने और चुनौतियों से निपटने के लिए 'शंघाई भावना' को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, हमें उन्नत, समन्वित, खुले और समावेशी विकास को बनाए रखना चाहिए और विभिन्न देशों की समन्वित, सामाजिक तथा आर्थिक प्रगति को हासिल करना चाहिए।
 
साझा समृद्धि को बढ़ावा देना
चिनफिंग ने कहा, हमें विकास में आई खाई को पाटना चाहिए और साझा समृद्धि को बढ़ावा देना चाहिए। एससीओ सदस्य देशों को आतंकवाद, अलगाववाद और चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए सहयोग के 2019-2021 कार्यक्रम को सक्रिय रूप से लागू किए जाने की जरूरत है। सदस्य देशों को रक्षा, सुरक्षा, कानून प्रवर्तन सुरक्षा और सूचना सुरक्षा पर सहयोग को बढ़ाना चाहिए।' उन्होंने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में शांति और पुनर्निर्माण के लिए एससीओ-अफगानिस्तान संपर्क समूह की भूमिका के पूर्ण निर्वहन के लिए प्रयास किए जाने का भी आह्वान किया। चिनफिंग ने कहा कि एससीओ सदस्य देशों को साझा विकास हासिल करने के लिए एक मजबूत तंत्र बनाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति चिनफिंग के अलावा सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी समेत कई अन्य नेता भी भाग ले रहे हैं। एससीओ आठ देशों का समूह हैं जो दुनिया की लगभग 42 प्रतिशत जनसंख्या और 20 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता है। 
 
चीन को ओबीओआर पर फिर झटका, भारत ने नहीं किया समर्थन
आठ देशों के शंघाई कॉपोर्रेशन आॅर्गनाइजेशन (एससीओ) में भारत अकेला देश रहा जिसने चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) परियोजना का समर्थन नहीं किया। चीन ने इस परियोजना के लिए करीब 80 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से समझौता कर रखा है। एससीओ के दो दिवसीय सम्मेलन की समाप्ति पर जारी घोषणापत्र में कहा गया है कि रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, उजबेकिस्तान, किर्गिजस्तान और तजाकिस्तान ने चीन के बेल्ट ऐंड रोड इनिशटिव (एससीओ) को अपने समर्थन की पुष्टि की है।
 
घोषणापत्र में कहा गया कि सदस्य देशों ने यूरेशियन इकनॉमिक यूनियन के विकास समेत बीआरआई के क्रियान्वयन की दिशा में किए गए संयुक्त प्रयासों के लिए प्रसन्नता व्यक्त की है। इसके अलावा एससीओ के स्पेस में एक व्यापक, खुला, पारस्परिक रूप से लाभकारी और समान साझेदारी को विकसित करने के लिए क्षेत्रीय देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और बहुपक्षीय संघों की क्षमता के इस्तेमाल की भी बात कही गई। 
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »