पेरिस। फ्रांस में रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार को भी लाखों यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। रेलवे कर्मचारियों की यह हड़ताल राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के लिए कड़ी परीक्षा की घड़ी है। देश की सात हाईस्पीड ट्रेनों में से सिर्फ एक संचालित हो रही है, जबकि क्षेत्रीय ट्रेनों की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है। कर्मचारियों का कहना है कि कर्ज में डूबे एसएनसीएफ में आमूल- चूल परिवर्तन पर यदि मैक्रों अपना रुख नहीं बदलते हैं तो हड़ताल जारी रहेगी। गौरतलब है मैक्रों की योजना सरकारी रेल आॅपरेटर एसएनसीएफ को सूचीबद्ध कंपनी में बदलने की है।