टोक्यो। जापान में शिंजो आबे की सरकार को लेकर किए गए सर्वे में खुलासा हुआ है कि यहां के 50 फीसदी मतदाताओं शिंजों की सरकार को नकार दिया है। जापानी मीडिया की ओर से करवाये गये सर्वेक्षणों में इस आशय का दावा किया गया है।
एक स्कूल को सरकारी जमीन आवंटित करने में तरजीह देने के आरोपों से घिरे आबे और उनकी सरकार के खिलाफ मतदाताओं के रुख में भी वृद्धि दर्ज की गयी है। योमिउरी सामाचार पत्र की ओर से रविवार को जारी की गई ताजा सर्वे रिपोर्ट के अनुसार आबे सरकार के विरुद्ध मतदाताओं के विरोध का प्रतिशत मार्च की शुरुआत की तुलना में बढ़कर 50 फीसदी पर पहुंच गया है। इससे पहले क्योडो संवाद समिति की ओर से गत रविवार को जारी सर्वेक्षण में दर्शाया गया था कि 47.5 प्रतिशत मतदाता आबे मंत्रिमंडल को नापसंद करते हैं।
सर्वे के मुताबिक आबे मंत्रिमंडल के समर्थन में हल्की वृद्धि दर्शाते हुए इसे 42.4 फीसदी बताया गया है जबकि योमिउरी के सर्वेक्षण में इसमें छह प्रतिशत की गिरावट के साथ इसे 42 प्रतिशत दर्शाया गया है। दोनों जनमत सर्वेक्षण गत 31 मार्च से एक अप्रैल के बीच के हैं।
लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता आबे की घटती लोकप्रियता उनके तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने पर भी ग्रहण लगा सकती है। वर्ष 2012 से लगातार दो बार प्रधानमंत्री चुने गये शिंजो आबे सबसे लंबी अवधि तक प्रधानमंत्री बने रहने की कोशिशों में जुटे हुए है।
गौरतलब है कि गत सप्ताह वित्त मंत्रालय के पूर्व अधिकारी नोबुहिसा सगावा ने दावा किया कि आबे ने और उनकी पत्नी ने स्कूल को जमीन आवंटित करने में कोई भूमिका अदा की, बल्कि वित्त मंत्रालय ने जमीन के सौदे में दस्तावेजों में बदलाव किया है।